आंखों की कई समस्याओं से राहत दिलाने में कारगर हैं ये हस्त मुद्राएं, ऐसे करें अभ्यास
आंखें चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाने से लेकर रंग-बिरंगी दुनिया को निहारने तक में मदद करती हैं, लेकिन खराब दिनचर्या, खानपान में पोषक तत्वों की कमी और दूषित वातावरण का इन पर बुरा असर पड़ता है। इनके कारण आंखों में दर्द और आंखों का सूखापन आना आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी योग हस्त मुद्राओं के अभ्यास का तरीका बताते हैं, जो आंखों की इन समस्याओं से राहत दिला सकती हैं।
वरूण मुद्रा
सबसे पहले योगा मैट पर पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं और फिर अपने दोनों हाथों को इस तरह से घुटनों पर रखें कि हथेलियां आकाश की तरफ हों। इसके बाद अपनी कनिष्ठ उंगली को अपने अंगूठे की नोंक से मिलाएं और बाकि उंगलियों को सीधा रखें। अब अपनी दोनों आंखों को बंद करें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें। रोजाना 20 से 25 मिनट तक इस मुद्रा का अभ्यास करें।
जल शामक मुद्रा
सबसे पहले योगा मैट पर पद्मासन या फिर सुखासन की मुद्रा में बैठ जाएं। इसके बाद आप अपने दोनों हाथों को सीधा करके अपने घुटनों पर रखें। इस दौरान हथेलियां ऊपर की ओर हों। अब अपने दोनों हाथों के अंगूठों को कनिष्ठ उंगलियों के ऊपर रखें। बाकि सभी उंगलियां सीधी रखें। इसके बाद अपनी दोनों आंखों को बंद करें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें। 15 से 20 मिनट तक इस मुद्रा में रहें।
प्राण मुद्रा
प्राण मुद्रा के अभ्यास के लिए पहले योगा मैट पर किसी आरामदायक मुद्रा में बैठ जाएं। अब अपने दोनों हाथों को अपने घुटनों पर रखें। इस दौरान हथेलियां आकाश की तरफ होनी चाहिए। इसके बाद अपने हाथों की सबसे छोटी उंगली और अनामिका उंगली को अंगूठे के नोक से छूएं। बाकि उंगलियों को सीधा रखें। फिर अपनी दोनों आंखों को बंद करें और इस मुद्रा में 20-25 मिनट तक रहने की कोशिश करें।
ज्ञान मुद्रा
सबसे पहले योगा मैट पर पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं और फिर अपने दोनों हाथों को इस तरह से घुटनों पर रखें कि हथेलियां आकाश की तरफ हों। इसके बाद अपनी तर्जनी उंगली को अपने अंगूठे की नोक से मिलाएं और बाकी की उंगलियों को सीधा रखें। अब अपनी दोनों आंखों को बंद करें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें। 15 से 20 मिनट तक इस मुद्रा में रहें।