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किशोरावस्था वाले बच्चों के माता-पिता न करें ये 5 गलतियां
किशोरावस्था वाले बच्चों के माता-पिता न करें ये गलतियां

किशोरावस्था वाले बच्चों के माता-पिता न करें ये 5 गलतियां

लेखन अंजली
Oct 09, 2025
07:28 pm

क्या है खबर?

किशोरावस्था का समय बच्चों के जीवन का एक अहम हिस्सा होता है। इस दौरान बच्चे शारीरिक और मानसिक बदलावों से गुजरते हैं। माता-पिता के लिए इस समय को समझना और संभालना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। कई बार अनजाने में की गई गलतियां बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकती हैं। आइए आज हम आपको उन्हीं गलतियों के बारे में बताते हैं, जिनसे हर माता-पिता को बचना चाहिए ताकि उनका किशोर बच्चा खुश और स्वस्थ रहे।

#1

बच्चों की स्वतंत्रता को न करें नजरअंदाज

किशोरावस्था में बच्चे अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहे होते हैं। ऐसे में उन्हें थोड़ी स्वतंत्रता देना जरूरी है। अगर आप हमेशा उनके फैसलों में दखल देंगे या उन पर नियंत्रण रखने की कोशिश करेंगे तो इससे उनका आत्मविश्वास कम हो सकता है और वे तनाव महसूस कर सकते हैं। उन्हें अपने छोटे-छोटे फैसले खुद लेने दें ताकि वे अपनी जिम्मेदारियों को समझ सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।

#2

बच्चों पर ज्यादा दबाव डालना है गलत

किशोरावस्था में बच्चों को अपने सपनों का पीछा करने का मौका देना चाहिए, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप उन पर बहुत ज्यादा दबाव डालें। अगर वे आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरते हैं तो उनका मनोबल टूट सकता है और वे खुद को असफल महसूस कर सकते हैं। इससे उनका मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है। इसलिए बच्चों को अपने सपनों का पीछा करने दें और उन्हें समर्थन दें।

#3

बातचीत की कमी न होने दें

किशोर बच्चों के साथ बातचीत करना बहुत जरूरी है। अगर आप उनसे खुलकर बात नहीं करेंगे तो वे अपनी भावनाओं को अंदर ही अंदर दबाएंगे, जिससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ेगा। कोशिश करें कि आप उनके साथ समय बिताएं और उनकी बातों को ध्यान से सुनें। इससे वे खुद को सुरक्षित महसूस करेंगे और अपनी समस्याओं का हल ढूंढ सकेंगे। इसके अलावा उनके साथ खेलना या कोई गतिविधि करना भी अच्छा रहेगा।

#4

अनुशासन बनाए रखें, लेकिन सख्ती न बरतें

किशोर बच्चों को अनुशासित रखना जरूरी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप उन पर बहुत ज्यादा सख्ती करें। सख्ती करने से बच्चे आपसे दूर हो सकते हैं और अपनी समस्याओं को आपसे साझा नहीं करेंगे। इसलिए उन्हें प्यार से समझाएं और उनके साथ मिलकर समाधान खोजें। इससे वे खुद ही अपनी गलतियों को सुधारने की कोशिश करेंगे और आपका रिश्ता भी मजबूत रहेगा। इस तरह का व्यवहार बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा।

#5

समय-समय पर दें प्रोत्साहन

प्रोत्साहन देना हर उम्र के लिए जरूरी होता है, खासकर किशोर अवस्था में। अगर आपका बच्चा कोई छोटी उपलब्धि भी हासिल करता है तो उसकी तारीफ करें और उसे प्रोत्साहित करें। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित होंगे। इन गलतियों से बचकर आप अपने किशोर बच्चे को खुशहाल और स्वस्थ रख सकते हैं। याद रखें कि प्यार और समझ ही सबसे बड़ी ताकत होती है।