महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों को भी है स्तन कैंसर का खतरा, जानिए लक्षण और बचाव उपाय
क्या है खबर?
स्तन कैंसर को लेकर लोगों का मानना है कि यह केवल महिलाओं को होने वाली बीमारी है। हालांकि, यह खतरनाक बीमारी पुरुषों को भी हो सकती है।
यह बीमारी अत्यंत दुर्लभ होती है, लेकिन यह वैश्विक स्तर पर हर साल हजारों पुरुषों को प्रभवित करती है।
आइए स्तन कैंसर की जागरुकता बढ़ाने वाले अक्टूबर महीने के दौरान पुरुषों के स्तन कैंसर के लक्षण, कारण और बचाव के उपाय जानते हैं।
कारण
पुरुषों को इस कारण से होता है स्तन कैंसर
पुरुषों को स्तन कैंसर होने के कई कारण हो सकते हैं। जिन पुरुषों के परिवार में किसी अन्य व्यक्ति को पहले स्तन कैंसर हुआ हो, उनको इस बीमारी का अधिक खतरा रहता है।
इसके अलावा, जो पुरुष शराब का अधिक सेवन करते हैं, उन्हें भी स्तन कैंसर हो सकता है।
साथ ही मोटापे और हानिकारक रेडिएशन के संपर्क में आने से भी पुरुष इस बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।
लक्षण
पुरुषों के स्तन कैंसर में नजर आते हैं ये लक्षण
पुरुषों में स्तन कैंसर का सबसे प्रमुख लक्षण होता है सीने या बगल में गांठ महसूस होना।
इस गांठ में अधिक सूजन आ सकती है और यह बेहद दर्दनाक हो सकती है। इसके अलावा, इस बीमारी के दौरान स्तन का रंग बदलकर गाढ़ा हो जाता है और उस स्थान की त्वचा रूखी हो कर छिलने लगती है।
इसके दौरान स्तन से मवाद या खून भी निकल सकता है। साथ ही आपके संपूर्ण स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
बचाव
स्तन कैंसर से बचने के लिए पुरुषों को करने चाहिए ये काम
पुरुषों में स्तन कैंसर को रोकने का कोई ज्ञात तरीका नहीं है, क्योंकि इसका कारण अज्ञात है। पुरुषों में स्तन कैंसर की रोक-थाम करने के लिए अपनी सेहत पर ध्यान देना जरूरी होता है।
इस बीमारी से बचने के लिए सभी पुरुषों को अपने वजन को नियंत्रित रखना चाहिए। इसके अलावा, धूम्रपान बंद करें, शराब से परहेज करें और स्वस्थ और पौष्टिक डाइट लें।
आप समय-समय पर अपने शरीर की जांच करवा कर भी कैंसर से बच सकते हैं।
इलाज
पुरुषों के स्तन कैंसर का इलाज
पुरुषों में स्तन कैंसर का उपचार गांठ के आकार पर निर्भर करता है। साथ ही यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि यह कितनी दूर तक फैल चुका है।
इसके इलाज के दौरान एक संशोधित रेडिकल मास्टेक्टॉमी की जाती है, जिसमें स्तन, एरिओला और बांह के नीचे के अधिकांश लिम्फ नोड्स को निकाल दिया जाता है।
इसके बाद एक रेडिएशन थेरेपी की जाती है, जिससे इस बीमारी के सभी करक खत्म हो जाएं।