'नाईटमेयर बैक्टीरिया' बना रहा अमेरिका के लोगों को शिकार, कितनी खतरनाक है इससे फैलने वाली बीमारी?
क्या है खबर?
अमेरिका के लोग एक खतरनाक बैक्टीरिया का सामना कर रहे हैं, जिसे 'नाईटमेयर बैक्टीरिया' कहते हैं। रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (CDC) की रिपोर्ट से पता चला है कि इस बैक्टीरिया से फैलने वाला संक्रमण 2019 से अब तक बहुत बढ़ गया है। यह बैक्टीरिया का एक समूह है, जिसके खिलाफ कोई भी दवा काम नहीं करती। ये बैक्टीरिया तेजी से फैलते हैं और अपना रूप बदलने में भी माहिर होते हैं। आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
नाईटमेयर बैक्टीरिया
'नाईटमेयर बैक्टीरिया' क्या है?
कार्बापेनम-प्रतिरोधी एंटरोबैक्टीरिया (CRE) को आम भाषा में नाईटमेयर बैक्टीरिया कहा जाता है। यह क्लेबसिएला न्यूमोनिया और एस्चेरिचिया कोलाई जैसे जानलेवा बैक्टीरिया का समूह होता है। गंभीर संक्रमणों का इलाज करने के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाइयां भी इन बैक्टीरिया का कुछ नहीं बिगाड़ पाती हैं। CDC ने इन्हें नाईटमेयर बैक्टीरिया नाम इसलिए दिया, क्योंकि इनसे फैलने वाले संक्रमण का इलाज करना बहुत मुश्किल है, ये बहुत तेजी से फैलते हैं और मृत्यु का कारण बन सकते हैं।
लक्षण
इससे संक्रमित होने पर नजर आते हैं ये लक्षण
नाईटमेयर बैक्टीरिया के संक्रमण के लक्षण इस पर निर्भर करते हैं कि संक्रमण किस अंग में फैला है। अगर बैक्टीरिया रक्त में फैलते हैं तो बुखार होता है, ब्लड प्रेशर कम होता है या धकड़न तेज होती है। मूत्र मार्ग में संक्रमण होने पर बार-बार पेशाब आती है, उसका रंग बदल जाता है और जलन होती है। इनके अलावा फेफड़ों के संक्रमित होने पर सांस लेने में तकलीफ होती है और त्वचा वाले संक्रमण के दौरान पीड़ादायक मुंहासे निकलते हैं।
खतरा
किन लोगों को है ज्यादा खतरा?
खतरनाक नाईटमेयर बैक्टीरिया किसी भी व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करके उन्हें बीमार कर सकते हैं। हालांकि, कुछ लोगों को इनसे ज्यादा खतरा हो सकता है। जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, वे जल्दी संक्रमित हो जाते हैं। वहीं, अस्पताल में भर्ती मरीजों को नाईटमेयर बैक्टीरिया से संक्रमित होने का सबसे ज्यादा खतरा है। इसके अलावा मधुमेह, कैंसर और किडनी की बीमारियों के मरीज भी संवेदनशील समूह में आते हैं।
बचाव
नाईटमेयर बैक्टीरिया से ऐसे करें अपना बचाव
नाईटमेयर बैक्टीरिया से बचने के लिए आप कुछ अहम कदम उठा सकते हैं। इसके लिए हर थोड़ी देर पर हाथों को साबुन से धोते रहें। अपने घावों को खुला न रखें और बिना डॉक्टर से परामर्श करे कोई दवा न खाएं। घर को साफ रखें और खाने को भी ढककर रखें। बाहर का खाना खाने से भी बचें, क्योंकि उसमें नाईटमेयर बैक्टीरिया हो सकते हैं। इसके अलावा अस्पताल जाते समय मास्क लगाकर रखें और किसी भी सतह को न छुएं।