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ब्रेड के लिए इस्तेमाल होने वाले सभी ब्रांड के बालों में मौजूद होता है टॉक्सिन- अध्ययन

ब्रेड के लिए इस्तेमाल होने वाले सभी ब्रांड के बालों में मौजूद होता है टॉक्सिन- अध्ययन

लेखन सयाली
Jun 08, 2025
02:03 pm

क्या है खबर?

अफ्रीकी महिलाओं के बाल बहुत घुंघराले होते हैं, जिन्हें संभालना मुश्किल होता है। ऐसे में वे या तो बालों को सीधा करवाती हैं या उनकी छोटी-छोटी चोटियां यानि ब्रेड बंधवा लेती हैं। वे बालों को सीधा करने के लिए रसायन युक्त स्ट्रेटनर का इस्तेमाल करती हैं, जो कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बनते हैं। एक नए अध्ययन से सामने आया है कि ब्रेड बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले हर ब्रांड के नकली बालों में भी विषाक्त पदार्थ होते हैं।

अध्ययन

सिंथेटिक बालों में मौजूद होते हैं रसायन और धातु

स्ट्रेटनर से होने वाली समस्याओं से बचने के लिए अफ्रीकी महिलाएं ब्रेड जैसी हेयरस्टाइल का विकल्प तो अपनाने लगी हैं, लेकिन यह तरीका उनके लिए सुरक्षित साबित नहीं हो रहा है। हाल के एक शोध से पता चला है कि सभी ब्रांड के सिंथेटिक बालों और मानव निर्मित एक्सटेंशन में कैंसरजन नामक रसायन, भारी धातुएं और अन्य विषाक्त पदार्थ मौजूद होते हैं। इस अध्ययन को CR स्टडी नाम दिया गया है, जिसने कई प्रसिद्ध ब्रांड का चिट्ठा खोला है।

ब्रांड

अध्ययन में की गई थी इन 10 ब्रांड की जांच

इस अध्ययन में सबसे पहले सिंथेटिक बालों के 10 सबसे लोकप्रिय ब्रांड का परीक्षण किया गया था। इनमें मैजिक फिंगर्स, द सैसी कलेक्शन, शेक-एन-गो, डार्लिंग, डेब्यू, हेबेगांट और सेंसेशनेल आदि शामिल थे। शोध के बाद 10 में से 3 ब्रांड में बेंजीन पाया गया, जो ल्यूकेमिया बीमारी पैदा करने वाला रसायन है। 9 नमूनों में विशेषज्ञों द्वारा सुरक्षित माने जाने वाले स्तर से ज्यादा लेड पाया गया। वहीं, 5 नमूनों में 5 लाख से ज्यादा विषाक्त पदार्थ थे।

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रसायन

नकली बालों पर रसायनों का क्या प्रभाव पड़ता है?

परीक्षण के बाद शोधकर्ताओं ने यह जानने का प्रयास किया कि नकली बालों पर रसायनों का क्या प्रभाव पड़ता है, ताकि स्वास्थ्य जोखिमों को बेहतर ढंग से समझा जा सके। चोटियों को बंधे रखने के लिए उन्हें गर्म पानी में डुबोया जाता है या खुली लौ में जलाया जाता है। इससे वे और रसायनों के संपर्क में आ जाती हैं। इससे न केवल बालों को नुकसान पहुंचता है, बल्कि सिर की त्वचा पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

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VOC

रसायनों के संपर्क में आने से होती हैं ये बीमारियां

अध्ययन के मुताबिक, सभी ब्रांड के नकली बालों के नमूनों में वाष्पशील कार्बनिक यौगिक (VOC) पाए गए, जो पेंट, औद्योगिक सॉल्वैंट और अन्य उत्पादों में पाए जाने वाले मानव निर्मित रसायन हैं। VOC के संपर्क में आने से कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें श्वसन संबंधी समस्याएं, मतली और थकान शामिल हैं। लंबे समय तक इनके संपर्क में रहने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है और अंग क्षतिग्रस्त हो जाते हैं।

बाल 

नकली बाल टूटकर आपके पेट में कर सकते हैं प्रवेश

लोग केवल सिंथेटिक बाल लगवाते समय ही रसायनों के संपर्क में नहीं आते। कई अन्य परिस्थितियों में भी ऐसा हो सकता है। सिंथेटिक बाल समय के साथ कमजोर हो कर टूट सकते हैं और उनके टुकड़े शरीर पर गिर सकते हैं या मुंह में जा सकते हैं। अगर चोटी बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली सामग्री थोड़ी मात्रा में भी पेट में चली जाए तो आपके शरीर में सुरक्षित मानी जाने वाली सीमा से ज्यादा लेड प्रवेश कर सकता है।

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