एलीफेंट वॉक एक्सरसाइज क्या है? जानिए इसके अभ्यास का तरीका और फायदे
क्या है खबर?
एलीफेंट वॉक एक्सरसाइज हाथियों की चाल से प्रेरित स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज है, जो शारीरिक मुद्रा को सुधारने में मदद कर सकती है।
इसके अतिरिक्त यह हैमस्ट्रिंग, पिंडलियों और ग्लूट्स में खिंचाव डालकर इन्हें मजबूती दे सकती है।
अच्छी बात यह है कि इस एक्सरसाइज के लिए किसी तरह के उपकरण भी जरूरत नहीं है।
हालांकि, अगर आप इसके मामले में नए हैं तो आइए आज हम आपको इस एक्सरसाइज के अभ्यास का तरीका और इससे मिलने वाले फायदे बताते हैं।
तरीका
एलीफेंट वॉक एक्सरसाइज करने का तरीका
सबसे पहले जमीन पर अपने कंधों की सीध में पैरों को खोलकर खड़े हो जाएं, फिर पेट की तरफ से झुके और दोनों हाथों से जमीन को छूने का प्रयास करें।
इस दौरान पीठ को सीधा रखें और घुटनों को बारी-बारी से सीधा करते रहें।
इसके बाद हथेलियों को तलवों के नीचे दबाकर घुटनों को बारी-बारी से सीधा करते रहे और इस स्थिति में पैर जमीन से सटे रहने चाहिए।
सावधानियां
एक्सरसाइज के दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां
अगर आपको गर्दन में दर्द या सर्वाइकल की दिक्कत है तो इस एक्सरसाइज को करने से बचें क्योंकि इससे आपकी समस्या बढ़ सकती है।
पीठ या पेट से जुड़ी कोई समस्या है तो भी इस एक्सरसाइज को न करें।
गर्भवती महिलाएं इस एक्सरसाइज को करते समय संतुलन बनाने में अधिक सावधानी बरतें।
अगर आपके लिए यह एक्सरसाइज नई है तो इसका अभ्यास किसी विशेषज्ञ की निगरानी में ही करें क्योंकि गलत तरीका चोट का कारण बन सकता है।
फायदे
एलीफेंट वॉक एक्सरसाइज से मिलने वाले फायदे
यह एक्सरसाइज तंग मांसेपेशियों को ठीक करने में मदद कर सकती है और हैमस्ट्रिंग, पिंडलियों और ग्लूट्स को मजबूती दे सकती है।
इस एक्सरसाइज से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहता है और इससे शरीर का लचीलापन भी बढ़ता है।
शरीर के संतुलन को सुधारने में भी यह एक्सरसाइज प्रभावी मानी जाती है।
इस एक्सरसाइज से स्टेमिना बढ़ाने में भी काफी मदद मिल सकती है।
टिप्स
एक्सरसाइज से जुड़ी खास टिप्स
शुरूआत में इस एक्सरसाइज को अधिक समय तक न करें, बल्कि धीरे-धीरे इसका समय बढ़ाएं।
एलीफेंट वॉक एक्सरसाइज करते समय सामान्य रूप से सांस लेते रहें और अपनी सांस को रोककर न रखें।
इस एक्सरसाइज को करते समय अपने सिर और कूल्हों पर अधिक दबाव न डालें और न ही एक्सरसाइज के दौरान अपने शरीर के किसी भी हिस्से को जकड़े क्योंकि इस वजह से चोट लगने की संभावना बढ़ जाती है।