साइकिलिंग इंटरवल्स करने वाले इन 5 बातों का रखें खास ध्यान
साइकिलिंग इंटरवल्स एक बेहतरीन एक्सरसाइज है, जो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। इसमें नियमित रूप से साइकिल चलाने से न केवल शरीर की चर्बी कम होती है, बल्कि हृदय और फेफड़ों की क्षमता भी बढ़ती है। साइकिलिंग इंटरवल्स यानी तेज और धीमी गति के बीच बदलाव करके साइकिल चलाना, हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह आपके शरीर को फिट रखने में भी मदद करता है।
वार्मअप करना है जरूरी
साइकिलिंग इंटरवल्स शुरू करने से पहले वार्मअप करना जरूरी होता है। इससे मांसपेशियों में रक्त संचार बढ़ता है और चोट लगने का खतरा कम हो जाता है। 5-10 मिनट तक धीमी गति से साइकिल चलाएं ताकि शरीर तैयार हो सके। वार्मअप से शरीर की मांसपेशियां लचीली होती हैं। यह आपके शरीर को उच्च तीव्रता वाले अंतरालों के लिए तैयार करता है और आपको थकान से बचाता है। इस प्रकार वार्मअप आपके वर्कआउट का अहम हिस्सा होता है।
उच्च तीव्रता वाले अंतराल से चलाएं साइकिल
उच्च तीव्रता वाले अंतरालों में 1-2 मिनट तक तेज गति से साइकिल चलाना शामिल है। इस दौरान आपकी सांसें तेज हो जाती हैं और दिल की धड़कन बढ़ जाती है। यह आपके कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम को मजबूत बनाता है और कैलोरी जलाने में मदद करता है। इस प्रकार के अंतराल से आपकी सहनशक्ति भी बढ़ती है और मांसपेशियों की ताकत में सुधार होता है। यह आपके शरीर को बेहतर तरीके से ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है।
रिकवरी अंतराल को दें समय
उच्च तीव्रता वाले अंतरालों के बाद रिकवरी अंतराल आता है, जिसमें आप धीमी गति से 2-3 मिनट तक साइकिल चलाते हैं। यह आपके दिल की धड़कन को सामान्य करने में मदद करता है और अगले उच्च तीव्रता वाले अंतराल के लिए आपको तैयार करता है। इस दौरान आपके शरीर को आराम मिलता है और मांसपेशियों में संचित लैक्टिक एसिड कम होता है। यह प्रक्रिया आपके शरीर को स्थिरता प्रदान करती है और आपको थकान से बचाती है।
समय निर्धारित करना भी है महत्वपूर्ण
संपूर्ण वर्कआउट का समय लगभग 20-30 मिनट होना चाहिए, जिसमें वार्मअप, उच्च तीव्रता वाले अंतराल, रिकवरी अंतराल और कूल डाउन शामिल हों। वार्मअप से मांसपेशियां तैयार होती हैं, उच्च तीव्रता वाले अंतराल से सहनशक्ति बढ़ती है और रिकवरी अंतराल से शरीर को आराम मिलता है। कूल डाउन से मांसपेशियों को आराम मिलता है और दिल की धड़कन सामान्य होती है। इस तरह आपका शरीर थकान महसूस नहीं करेगा और आप लंबे समय तक इस रूटीन को फॉलो कर सकेंगे।
कूल डाउन जरूर हो
वर्कआउट खत्म करने के बाद कूल डाउन करना भी उतना ही जरूरी होता है, जितना कि वार्मअप करना। 5-10 मिनट तक धीमी गति से साइकिल चलाएं ताकि आपकी मांसपेशियां आराम कर सकें और दिल की धड़कन सामान्य हो सके। इससे शरीर को ठंडा होने का समय मिलता है और मांसपेशियों में खिंचाव कम होता है। इस प्रकार नियमित रूप से साइकिलिंग इंटरवल्स करने से आपका हृदय स्वस्थ रहेगा और आप फिट रहेंगे।