डिजिटल स्क्रीन टाइम कम करने के लिए अपनाएं ये 5 आसान तरीके
क्या है खबर?
आजकल की डिजिटल दुनिया में स्क्रीन टाइम का बढ़ना आम समस्या है। मोबाइल, लैपटॉप या टीवी, हम सभी का समय इन उपकरणों पर अधिक बीतता है।
इनसे आंखों और मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। इसलिए स्क्रीन टाइम को नियंत्रित करना जरूरी है।
इस लेख में हम आपको पांच सरल और प्रभावी तरीके बताएंगे, जिनसे आप अपने डिजिटल स्क्रीन टाइम को आसानी से कम कर सकते हैं।
#1
समय सीमा निर्धारित करें
स्क्रीन टाइम को नियंत्रित करने के लिए सबसे पहला कदम है कि एक समय सीमा तय करना।
आप अपने दिनचर्या में कुछ खास घंटे निर्धारित कर सकते हैं जब आप केवल जरूरी कामों के लिए ही स्क्रीन का उपयोग करेंगे।
उदाहरण के लिए सुबह उठने के बाद और रात को सोने से पहले एक निश्चित समय तक ही फोन या कंप्यूटर का इस्तेमाल करें।
इससे आपकी आंखों को आराम मिलेगा और मानसिक तनाव भी कम होगा।
#2
नोटिफिकेशन बंद करें
अक्सर हमारे फोन या कंप्यूटर पर आने वाले नोटिफिकेशन हमें बार-बार ध्यान भटकाते हैं, जिससे अनावश्यक रूप से स्क्रीन देखने की आदत बन जाती है। इन्हें बंद करके आप इस आदत से बच सकते हैं।
सोशल मीडिया ऐप्स और अन्य गैर-जरूरी ऐप्स की नोटिफिकेशन बंद कर दें ताकि आपका ध्यान बार-बार न भटके और आप अपनी प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
यह तरीका आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है।
#3
ऑफलाइन एक्टिविटी बढ़ाएं
स्क्रीन टाइम कम करने के लिए ऑफलाइन गतिविधियों में हिस्सा लेना बहुत फायदेमंद होता है, जैसे कि किताब पढ़ना, पेंटिंग करना, बागवानी करना या दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना आदि शामिल हो सकता है।
ये गतिविधियां न केवल आपके दिमाग को तरोताजा करती हैं बल्कि आपको वास्तविक दुनिया से जुड़ने का मौका भी देती हैं।
इसके अलावा ये आपको नई चीजें सीखने और अपनी रचनात्मकता को बढ़ाने का अवसर भी प्रदान करती है।
#4
डिजिटल डिटॉक्स डे की योजना बनाएं
डिजिटल डिटॉक्स डे यानी ऐसा दिन जब आप पूरी तरह से डिजिटल उपकरणों से दूर रहें, यह आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
सप्ताह में एक दिन ऐसा चुनें जब आप फोन, लैपटॉप या टीवी बिल्कुल न देखें और उस दिन सिर्फ खुद पर ध्यान दें।
यह आपके मन-मस्तिष्क को शांत करेगा और आपको नई ऊर्जा देगा।
#5
तकनीकी सहायता लें
आजकल कई ऐसे ऐप्स उपलब्ध हैं, जो आपके स्क्रीन टाइम को ट्रैक करते हैं और उसे नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
इनका उपयोग करके आप जान सकते हैं कि किस ऐप पर कितना समय व्यतीत हो रहा है और उसे कैसे सीमित किया जा सकता है।
ये ऐप्स आपको रिमाइंडर भी देते रहते हैं ताकि आप अपनी तय सीमा पार न करें।
इन तरीकों को अपनाकर आप आसानी से अपने डिजिटल स्क्रीन टाइम को नियंत्रित कर सकते हैं।