बंगाली बाला वाला लुक पाने के लिए पहनें इस राज्य के ये 5 पारंपरिक आभूषण
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल में महिलाएं अलग अंदाज में तैयार होती हैं और उनका स्टाइल उनकी संस्कृति की गाथा कहता है। इस राज्य की महिलाएं ज्यादातर सफेद और लाल साड़ी में नजर आती हैं। यह पारंपरिक साड़ी तभी सुंदर लगती है, जब इसे खूबसूरत गहनों के साथ सजाया गया हो। हालांकि, बंगाली लुक के लिए आपको साधारण जेवर के बजाय पश्चिम बंगाल के पारंपरिक आभूषण चुनने चाहिए। आज के फैशन टिप्स में 5 तरह के बंगाली जेवर के बारे में जानिए।
#1
मंतशा
मंतशा हाथों में पहना जाने वाला एक आभूषण होता है, जो सोने से बना होता है। यह बड़े आकार वाला होता है और इसे कलाई में बांधा जाता है। इसमें सुंदर लेस वाली डिजाइन होती है और इसके आगे की ओर चेन के जरिए अंगूठियां भी जोड़ी जाती हैं। कुछ मंतशा में रत्नचूर यानि कि हाथ फूल भी जुड़ा होता है, जो इस आभूषण की सुंदरता को और भी बढ़ा देता है। इसे खास तौर से नई दुल्हन पहनती हैं।
#2
शाखा पोला
पश्चिम बंगाल के जिस जेवर के बारे में हर कोई जानता है वह है शाखा पोला या शंख पोला। ये लाल और सफेद रंग की खूबसूरत चूड़ियां होती हैं। सफेद चूड़ियों को शंख से और लाल चूड़ियों को मूंगा यानी पोला से तैयार किया जाता है। यह चूड़ियां केवल शादीशुदा महिलाओं द्वारा पहनी जाती हैं और उनके सुहाग की निशानी होती हैं। शाखा पोला चूड़ियां पारंपरिक बंगाली साड़ी पर खूब जंचती हैं।
#3
सोने की नथ
बंगाली महिलाएं हमेशा सोने के जेवर पहनना पसंद करती हैं, जो हर परिधान के साथ अच्छे लगते हैं। इन्हीं सोने के जेवरों में से एक है नथ, जो उनके लुक को पूरा करने का काम करती है। बंगाली नथ छोटी और गोल होती हैं, जिनमें झुमकी और बालों में फंसाने वाली चेन भी लगी होती हैं। ये कई सुंदर डिजाइन में उपलब्ध रहती हैं और खास तौर से त्योहारों और शादी जैसे मौकों पर पहनी जाती हैं।
#4
7 नोली हार
बंगाली बाला वाला लुक बिना हार पहने पूरा नहीं हो सकता। इस राज्य की महिलाएं गले में 7 नोली हार सजाती हैं, जिसे पहनकर आप बहुत खूबसूरत लगेंगी। यह शादीशुदा महिलाओं द्वारा पहना जाने वाला आभूषण होता है, जिसमें कुल 7 चेन होती हैं। हर चेन पहले वाली चेन से बड़ी होती है और एक साथ जुड़ी हुई रहती हैं। इसके अलावा बंगाली महिलाएं चिक नाम का हार पहनती हैं, जो गले से चिपका हुआ रहता है।
#5
मुकुट
बंगाली दुल्हन का श्रृंगार बिना मुकुट के अधूरा माना जाता है। यह मुकुट सोने या फिर मोतियों और रत्नों से बनाया जाता है। इसे बंगाली भाषा में टोपोर या शोला मुकुट कहकर पुकारते हैं। इसका सफेद रंग पवित्रता, मासूमियत और दिव्य आशीर्वाद का प्रतीक होता है। इसके अलावा यह मुकुट सौभाग्य, समृद्धि और संतुलन को भी दर्शाता है। इस मुकुट को पहनने पर दुल्हन का वैवाहिक जीवन सुखी रहता है।