चंदेरी सिल्क की साड़ी लंबे समय तक रहेगी नई जैसी, इन तरीकों से करें देखभाल
क्या है खबर?
भारतीय महिलाओं का सौंदर्य असल मायने में तब दिखता है जब वे साड़ी में सजती हैं। वैसे तो देश के अलग-अलग हिस्सों की अपनी खास साड़ियां होती है, लेकिन चंदेरी साड़ी की बात ही निराली है। यह मध्य प्रदेश के चंदेरी शहर की पारंपरिक साड़ी है, जो सिल्क से बनती है। इन साड़ियों में सोने-चांदी के धागों से कारीगरी की जाती है। आज हम आपको कुछ फैशन टिप्स बताएंगे, जिनकी मदद से आप चंदेरी साड़ी को नए जैसा रख पाएंगी।
#1
सही तरीके से धुलाई
चंदेरी साड़ी पर सोने-चांदी के धागों से हाथों से कढ़ाई की जाती है। उन्हें सही-सलामत रखने के लिए आपको अपनी साड़ियों को ड्राई क्लीन ही करवाना चाहिए। अगर आपकी चंदेरी सिल्क की साड़ी पर कोई छोटा दाग पड़ गया हो तो पूरी साड़ी धुलने के बजाय केवल उस दाग को धोएं। इसके लिए रुई को पानी और डिटर्जेंट के घोल में डुबोएं और दाग पर रख दें। साड़ी को रगड़ने की गलती न करें, वर्ना वह खराब हो जाएगी।
#2
सुखाने के लिए यह तरीका अपनाएं
अगर आप चंदेरी साड़ी को घर पर ही धो रही हैं तो उसे निचोड़ने या मोड़ने से बचें। इससे साड़ी पर सिलवटें आ सकती हैं, उसकी चमक कम हो सकती है या वह फट भी सकती है। इसके अलावा आपको चंदेरी साड़ियों को सीधे धूप में कभी नहीं सुखना चाहिए, क्योंकि इससे उनका रंग उड़ जाता है। आप अपनी साड़ी को किसी छायादार और हवादार जगह पर सुखा सकती हैं। साड़ी को सीधा ही फैलाएं, ताकि उसपर सिलवटें न पड़ें।
#3
इस तरह प्रेस करें
चंदेरी सिल्क की साड़ियों को पेशेवरों से ही प्रेस करवाना सही है। हालांकि, अगर सही तरीका पता हो तो उन्हें घर पर भी इस्त्री किया जा सकता है। इस्त्री के तापमान को कम से मध्यम के बीच रखें और कभी भी साड़ी पर सीधे प्रेस न करें। प्रेस करने से पहले साड़ी के ऊपर कोई कॉटन का कपड़ा जरूर रख लें, ताकि जरी को नुकसान न हो। आपकी साड़ी के जिस हिस्से पर ज्यादा कढ़ाई हो उसपर प्रेस न करें।
#4
तह करने का तरीका भी रखता है मायने
कोई नहीं चाहता कि उनकी चंदेरी साड़ी पर सिलवटें पड़ें या वह बांधने पर मुड़ी हुई दिखाई दे। इससे बचने के लिए उसकी सही तरीके से तह करना भी जरूरी होता है। साड़ी की प्लीट्स को व्यवस्थित तरीके से इखट्टा करें और उसे धीरे-धीरे मोड़ते समय डिजाइन पैटर्न का पालन करें। ऐसा करने से साड़ी में सिलवटें नहीं आती हैं और नाजुक कढ़ाई के काम को खराब होने से बचाया जा सकता है।
#5
इस तरह से रखें
चंदेरी साड़ी को धोने, सुखाने, इस्त्री करने और तहाने के बाद उसे ढंग से रखना भी अहम है। चंदेरी साड़ी को कॉटन के बैग में रखना सही रहता है, जिसके अंदर प्लास्टिक भी लगी हो। इससे हवा अंदर प्रवेश नहीं कर पाती और साड़ी नमी से सुरक्षित रहती है। उसे बार-बार एक ही तरीके से तहाने से भी बचना चाहिए, ताकि सिलवटें न पड़ें। साड़ी को हर 6 महीने पर निकालें और हवा लगने दें।