दिल्ली की पांच सबसे भूतिया जगहें, जहां जाने से भी डरते हैं लोग
क्या है खबर?
हमारे देश के कई हिस्सों में भूतों की यूं तो कई कहानियां हैं, लेकिन देश की राजधानी दिल्ली में भी भूत हो सकते हैं, यह बात हैरान कर देने वाली है।
कहते हैं कि दिल्ली दिन में जितनी खूबसूरत दिखती है, रात होते ही उसकी कुछ जगहों का माहौल एकदम अलग हो जाता है।
दिल्ली में कुछ ऐसी डरावनी जगहें हैं, जहां जाने से भी लोग डरते हैं।
जानिए ऐसी ही पांच भूतिया जगहों के बारे में।
#1
दिल्ली कैंट
कहा जाता है कि दिल्ली के सबसे शांत और हरे-भरे इलाकों में से एक दिल्ली कैंट भी भूत-प्रेतों के किस्सों से भरा हुआ है।
एक किस्से के अनुसार यहां की सुनसान सड़कों पर एक महिला सफेद कपड़े पहनकर लिफ्ट मांगती है और जिन लोगों ने इस महिला को लिफ्ट दी है आज तक उनका कुछ पता ही नहीं है।
यह महिला गाड़ी की स्पीड से भी तेज दौड़ती है।
हालांकि, हो सकता है कि ये महज़ एक किस्सा ही हो।
#2
भूली भटियारी महल
यह जगह दिल्ली में करोल बाग के पास स्थित है। कहा जाता है कि इस महल की देखभाल करने वाली एक महिला के नाम पर इस महल का नाम भूली भटियारी पड़ा है।
इसके अलावा यह महल तुगलक वंश का शिकारगाह भी हुआ करता था।
शाम ढलने के बाद लोग यहां कम ही जाना पसंद करते हैं। क्योंकि लोगों का मानना है कि यहां अक्सर अजीबो-गरीब आवाजें सुनाई देती हैं।
#3
संजय वन
संजय वन साउथ दिल्ली के बीचों-बीच बसा है और यह इलाका 10 किलोमीटर तक फैला हुआ है। यहां कई सूफी संतों की दरगाह है।
लेकिन जो बात यहां सबसे ज्यादा डरावनी और हैरान कर देने वाली है कि इस इलाके के बहुत से लोगों का कहना है कि यहां उन्होंने बच्चों की आत्माओं को देखा है और बच्चों के रोने की आवाजें सुनी हैं।
अंदर से यह वन घना और डरावना भी है।
#4
जमाली-कमाली का मकबरा
यह मस्जिद दिल्ली के महरौली इलाके में है। इस जगह पर 16वीं शताब्दी के सूफी संत जमाली और कमाली की कब्र बनी हुई है।
इस जगह को लेकर लोगों का कहना है कि यहां जिन्न रहते हैं। कई लोगों को इस जगह पर डरावने अनुभव भी हुए हैं। इसलिए लोग इस ऐतिहासिक जगह पर जाने से डरते हैं।
इस मकबरे में जमाली और कमाली की कब्रें लाल पत्थर और संगमरमर की बनी हुई हैं।
#5
खूनी दरवाजा
दिल्ली में यह जगह बहादुर शाह जफर मार्ग दिल्ली गेट के निकट स्थित है।
इस जगह का नाम खूनी दरवाजा तब पड़ा जब यहां बहादुर शाह जफर के तीनों बेटों को अंग्रेजों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था।
कहते हैं कि तभी से तीनों शहज़ादे इसी इलाके में साया बनकर मौजूद रहते हैं और यहां पर कई लोगों को अजीबों-गरीब घटनाओं का अनुभव भी हुआ है।
इसलिए तो लोग यहां भी जाने से डरते हैं।