ये हैं दुनिया के 5 सबसे बुजुर्ग कछुए, जिनकी उम्र रही 300 साल से भी ज्यादा
क्या है खबर?
कछुए सबसे लंबे समय तक जीने वाले जानवरों में से एक होते हैं, जिनका जीवनकाल सदियों लंबा भी हो सकता है।
ज्यादातर कछुए 10 से 80 साल तक ही जीवित रहते हैं, वहीं कुछ कछुए एक शताब्दी से भी ज्यादा समय तक जिंदा रह लेते हैं।
उनके लंबे जीवन का श्रेय उनकी धीमी जीवनशैली और ताकतवर शरीर को जाता है। आइए आज के लेख में सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले 5 कछुओं के बारे में जानते हैं।
#1
अलाग्बा
अलाग्बा एक अफ्रीकी स्पर-थाईड मादा कछुआ थी, जो नाइजीरिया के ओग्बोमोसो के शाही महल में सदियों तक जीवित रही।
महल के अधिकारियों ने 2019 में घोषणा की थी कि अलाग्बा की बीमारी से लड़ते-लड़ते 344 साल की आयु में मृत्यु हो गई थी।
इस प्रजाति के अन्य कछुए आम तौर पर 100 साल तक जीते हैं, लेकिन अलाग्बा ने 3 सदी तक जीवित रहकर सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे।
यह शाही कछुआ नाइजीरिया के इतिहास में खास स्थान रखता है।
#2
अद्वैता
अद्वैता भारत का एक कछुआ था, जो कोलकाता के अलीपोर चिड़ियाघर में रहता था। यह अल्दाबरा विशाल नामक प्रजाति का कछुआ था, जो 255 साल तक जीवित रहा था।
उसकी 2006 में मृत्यु हो गई थी और माना जाता है कि वह 1757 में पैदा हुआ था। हालांकि, दस्तावेजों की कमी की वजह से उसकी सही उम्र पर विवाद बना रहता है।
उसका बड़ा शरीर और लंबी आयु के कारण वह आज भी चर्चा का विषय बना रहता है।
#3
जोनाथन
सेशेल्स विशाल कछुआ प्रजाति वाला जोनाथन वर्तमान में दुनिया का सबसे बुजुर्ग कछुआ है। इसे इस समय सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाला जानवर कहा जाता है।
माना जाता है कि जोनाथन का जन्म 1832 के आसपास हुआ था और उसे 1882 में सेंट हेलेना द्वीप लाया गया था। फिलहाल यह वहीं रहता है और अब 190 साल का हो चुका है।
इसके रखरखाव के लिए खास लोग रखे गए हैं, जो इसकी डाइट का विशेष ध्यान रखते हैं।
#4
तुई मलिला
1777 में खोजकर्ता कैप्टन जेम्स कुक ने टोंगा के शाही परिवार को एक कछुआ भेंट किया था, जिसका नाम तुई मलीला रखा गया था।
यह मेडागास्कर से लाई गई एक मादा रेडियेटेड कछुआ थी, जिसने शाही महल में एक लंबा आलीशान जीवन जिया था। 1966 में उसकी मृत्यु हो गई थी और अनुमान लगाया जाता है कि वह 189 साल जीवित थी।
इसे दशकों तक सबसे लंबे समय तक जीने वाले कछुए का खिताब भी दिया गया था।
#5
हेरिएट
हैरियट को चार्ल्स डार्विन ने 1835 में गैलापागोस द्वीप समूह की यात्रा के दौरान गोद लिया था। अनुमान है कि उसका जन्म 1830 के आसपास हुआ था।
इस कछुए ने अपना अधिकांश जीवन ऑस्ट्रेलिया में बिताया और अंत में उसे ऑस्ट्रेलिया के चिड़ियाघर में रख दिया गया। 150 किलोग्राम वजन वाली हैरियट ने 2006 में 175 साल की आयु में अंतिम सांस ली।
इससे पहले गिनीज बुक ने उसे सबसे वृद्ध जीवित चेलोनियन के रूप में मान्यता दी थी।