
दुनिया के 5 सबसे प्राचीन वाद्ययंत्र, जो कहते हैं संगीत की समृद्ध विरासत की कहानी
क्या है खबर?
संगीत का मानव सभ्यता में गहरा प्रभाव रहा है। पुराने समय से ही संगीत ने धार्मिक और सामाजिक आयोजनों में अहम भूमिका निभाई है। इस लेख में हम आपको दुनिया के 5 सबसे पुराने संगीत वाद्ययंत्र के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हजारों सालों से मनोरंजन का साधन बने हुए हैं। इन संगीत वाद्ययंत्रों का इतिहास और उनकी धुनें आज भी हमें अतीत की याद दिलाती हैं।
#1
बांसुरी (भारत)
बांसुरी एक प्रकार की पाईप होती है, जिसे दुनियाभर में अलग-अलग रूपों में इस्तेमाल किया जाता है। बांसुरी का इतिहास लगभग 35,000 साल पुराना माना जाता है और इसे लकड़ी या बांस से बनाया जाता है। बांसुरी वादक अपनी कला से इस वाद्ययंत्र को जीवंत बनाते हैं और इसे भगवान कृष्ण का वाद्ययंत्र माना जाता है। इस वाद्ययंत्र की धुन इतनी मधुर होती है कि इसे सुनकर मन खुश हो जाता है और दिल झूम उठता है।
#2
ड्रम (मेसोपोटामिया)
ड्रम दुनिया का सबसे पुराना संगीत वाद्ययंत्र माना जाता है, जिसे मेसोपोटामिया (आधुनिक इराक) में लगभग 5,000 साल पहले बनाया गया था। ड्रम को जानवरों की खाल से बनाया जाता था और इसे लकड़ी या हाथों से पीटा जाता था। सुमेरियन, एकडियन और बेबीलोनियन आदि जैसी पुराने समय की सभ्यताओं में इसका इस्तेमाल होता था। आज भी ड्रम का उपयोग अलग-अलग प्रकार के संगीत में किया जाता है, जैसे पॉप, रॉक और मेटल आदि।
#3
शहनाई (भारत)
शहनाई एक पारंपरिक भारतीय संगीत वाद्ययंत्र है, जिसे शादी-ब्याह जैसे शुभ अवसरों पर बजाया जाता है। इसकी आवाज बहुत ही मधुर और मनमोहक होती है, जो लोगों के दिलों में खुशी भर देती है। शहनाई का इतिहास लगभग 1,000 साल पुराना माना जाता है और इसे लकड़ी से बनाया जाता है। इसे बजाने के लिए एक सिरे से हवा को इसमें फूंका जाता है और दूसरे सिरे से आवाज सुनाई देती है।
#4
सितार (भारत)
सितार एक ऐसा संगीत वाद्ययंत्र है, जिसे भारतीय शास्त्रीय संगीत में खास स्थान प्राप्त है। इसका इतिहास लगभग 500 साल पुराना है और इसे लकड़ी से बनाया जाता है। सितार की आवाज बहुत ही मधुर होती है, जो सुनने वालों को मंत्रमुग्ध कर देती है। इसे खासतौर पर शास्त्रीय संगीत के रागों में इस्तेमाल किया जाता है। सितार वादक अपनी कला से इस वाद्ययंत्र को जीवंत बनाते हैं, जिससे यह संगीत प्रेमियों के दिलों में खास जगह बनाता है।
#5
नगाड़ा (मोरक्को)
नगाड़ा मोरक्को का एक पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र है, जिसे लकड़ी से बनाया जाता है। इसे बजाने के लिए पूरी ताकत से दोनों हाथों से पीटा जाता है। नगाड़ा मुख्य रूप से धार्मिक आयोजनों और त्योहारों में इस्तेमाल होता है। इसकी आवाज बहुत ही तेज होती है, जो दूर-दूर तक सुनाई देती है। आज-कल नगाड़े का उपयोग अलग-अलग प्रकार के संगीत में भी किया जाता है, जैसे पॉप, रॉक और शास्त्रीय आदि।