LOADING...
कछुओं से जुड़े इन तथ्यों को जानकर हो जाएंगे हैरान, होते हैं कमाल के जानवर

कछुओं से जुड़े इन तथ्यों को जानकर हो जाएंगे हैरान, होते हैं कमाल के जानवर

लेखन सयाली
Oct 27, 2025
02:32 pm

क्या है खबर?

वैसे तो सभी रेप्टाइल डरावने दिखते हैं, लेकिन धरती पर एक प्यारा रेप्टाइल भी रहता है। हम बात कर रहे हैं कछुए की, जो सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाला जानवर होता है। कछुओं के शरीर पर कठोर कवच लगा रहता है, जो उन्हें स्वस्थ व सुरक्षित रहने और सुंदर दिखने में मदद करता है। कछुए जमीन पर और पानी, दोनों जगह रहते हैं और इनकी कई प्रजातियां होती हैं। आइए इस जानवर से जुड़े रोचक तथ्य जानते हैं।

#1

200 साल तक जी सकते हैं कछुए

कछुए जमीन पर रहने वाले वो जानवर हैं, जो सबसे लंबा जीवन जीते हैं। कछुओं का औसत जीवनकाल 80 से 150 साल होता है, लेकिन यह प्रजातियों के अनुसार बदल सकता है। कुछ कछुए तो 180 से 200 सालों तक भी जीवित रह लेते हैं। कछुओं में DNA की मरम्मत करने की क्षमता और कैंसर को हराने वाले जीन होते हैं। इनकी वजह से ये जीव आयु-संबंधी क्षति और बीमारी से सुरक्षित रहते हैं और लंबा जीवन जीते हैं।

#2

बहुत बुद्धिमान होते हैं कछुए

कछुओं की मासूम और भोली सूरत देखकर कई लोग उन्हें मूर्ख समझने की गलती करते हैं। हालांकि, ये बहुत ही बुद्धिमान जानवर होते हैं। कुछ वैज्ञानिकों ने कछुओं की बुद्धिमत्ता का परीक्षण करने के लिए उन्हें एक भूलभुलैया में डाला था। इस भूलभुलैया में चूहे भी डाले गए थे और दोनों जानवरों को खाना ढूंढना था। कछुए चूहों की तुलना में जल्दी भोजन ढूढ़ने में कामयाब हुए और वे एक ही जगह पर दोबारा नहीं गए।

#3

मौसम से प्रभावित होता है कछुओं का लिंग

कछुओं के बारे में सबसे दिलचस्प तथ्य यह है कि उनका लिंग मौसम पर निर्भर करता है। अंडों के अंदर रहते हुए कछुओं का लिंग निर्धारित नहीं होता। हालांकि, मौसम इस बात पर असर डाल सकता है कि कछुआ मादा पैदा होगा या नर। अगर गर्मी का मौसम होता है तो अंडे से निकलने वाला कछुआ मादा हो सकती है। वहीं, ठंड के मौसम में उसके नर होने की ज्यादा संभावना है। मौसम कछुए का रंग भी तय करता है।

#4

करोड़ों सालों से धरती पर मौजूद हैं कछुए

आपको जानकर हैरानी होगी कि कछुए धरती पर लाखों नहीं, बल्कि करोड़ों सालों से मौजूद हैं। सबसे पहले कछुए के अवशेष लगभग 3 करोड़ साल पहले के बताए जाते हैं। कहा जाता है कि प्राचीन कछुओं के दांत भी हुआ करते थे, जो आज के कछुओं के पास नहीं होते। सबसे रोचक बात तो यह है कि प्राचीन समय के कुछ कछुओं के पास कवच यानि शेल भी नहीं होता था।

#5

गले के जरिए चीजों को सूंघते हैं कछुए

इंसानों की तरह ज्यादातर जानवर भी नाक से ही सूंघते हैं। हालांकि, कछुए चीजों को सूंघने के लिए नाक के बजाय गले का इस्तेमाल करते हैं। उनके मुंह के ऊपरी हिस्से पर जैकबसन नाम का एक विशेष अंग होता है। कछुए इस अंग से हवा को शरीर के अंदर और बाहर करते हैं, जिससे वे बेहद भीनी महक को भी सूंघ लेते हैं। हालांकि, वे सांस लेने के लिए इस अंग का इस्तेमाल नहीं करते हैं।