बहुत मनमोहक है भारत के इन 5 सबसे ऊंचे झरनों का नजारा, यात्रा की बनाएं योजना
ऊंचाई से गिरता झरने का चमचमाता पानी और उसके आस-पास का हरा-भरा वातावरण शांति को परिभाषित करता है। वहीं मानसून के दौरान तो झरनों के आसपास का नजारा और ज्यादा खूबसूरत लगने लगता है। अगर आप जुलाई या अगस्त में घूमने जाने की योजना बना रहे हैं तो भारत में ऐसे कई पर्यटन स्थल हैं, जहां के खूबसूरत और ऊंचे झरने आपका मन मोह लेंगे। आइए इनके बारे में जानते हैं।
कुंचिकल झरना
कर्नाटक के शिमोगा जिले के निदागोडु गांव में स्थित कुंचिकल झरना खड़ी चट्टानों से नीचे गिरता है। यह झरना वरही नदी से निकलता है और 1,493 फीट (455 मीटर) की ऊंचाई से नीचे गिरता है। फोटोग्राफी और प्रकृति प्रेमियों के लिए यह जगह बहुत खास है। अगर आप मानसून में यहां जाते हैं तो इस झरने का नजारा देखने लायक होता है। यहां जानिए कर्नाटक के ऑफबीट पर्यटन स्थल।
बरेहीपानी झरना
ओडिशा के सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व में स्थित बरेहिपानी झरना भी काफी ऊंचाई से गिरता है। बुधबलंगा नदी से निकलने वाला यह झरना 1,309 फीट (399 मीटर) से नीचे गिरता है, जो एक शानदार दृश्य और ध्वनि उत्पन्न करता है। हर साल दुनियाभर से हजारों पर्यटक बरेहीपानी झरना देखने के लिए सिमिलिपाल जाते हैं। यहां जाने के बाद आपको प्रकृति के करीब होने का बहुत खूबसूरत अहसास जरूर होगा।
नोहकलिकाई झरना
मेघालय में चेरापूंजी शहर के करीब स्थित नोहकलिकाई झरना देश के सबसे बड़े झरनों में से एक है, जो 1,115 फीट लंबा है। इसके नीचे एक तालाब बना हुआ है और इसका पानी हरे रंग का दिखाई देता है। नोहकलिकाई की यात्रा के लिए साल का सबसे अच्छा समय मानसून के दौरान होता है। यहां पर्यटक एक गैलरी से झरने और इसके हरे-भरे परिवेश का मनोरम दृश्य देख सकते हैं।
दूधसागर झरना
गोवा की मंडोवी नदी पर स्थित यह झरना 1,017 फीट की ऊंचाई से गिरता है और भारत के प्रमुख झरनों में से एक है। अगर आप मानसून में यहां जाते हैं तो इस झरने का नजारा देखने लायक होता है। ऊंचाई से नीचे गिरने के कारण इसका पानी दूधिया झाग के बादल बनाता है, जिसके कारण यह बहुत आकर्षित करता है। हरी-भरी वनस्पतियों से सजी घाटी के बीच स्थित यह झरना हनीमून के लिए एक आदर्श स्थान है।
आगया गंगाई झरना
तमिलनाडु की कोल्ली हिल्स में स्थित आगया गंगाई झरना एक ऐसा आकर्षण है, जिसे आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। 300 फीट की ऊंचाई से गिरते हुए इस अद्भुत झरने का पानी अय्यारू नदी से आता है, जिस कारण स्थानीय लोग इसे बहुत पवित्र मानते हैं। इसका कारण है कि यह पवित्र अरपालेश्वर मंदिर के पास पड़ता है। इस झरने तक पहुंचने के लिए लगभग 1,300 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं।