क्या है जापानी पारंपरिक मसाला 'मिसो'? जानिए इसके सेवन के 5 प्रमुख फायदे
मिसो एक गाढ़ा फेर्मेंटेड सोयाबीन पेस्ट है जो जापान के सबसे स्वादिष्ट पारंपरिक मसालों में से एक है। यह कई तरह के विटामिन्स, खनिज, प्रोटीन, आयरन और कैल्शियम से भरपूर होता है और पाचन क्रिया में सुधार और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के साथ-साथ कई स्वास्थ्य लाभ देता है। आइए आज मिसो के पांच ऐसे फायदे जानते हैं जिनकी वजह से आपको भी इस जापानी मसाले का सेवन करना चाहिए।
पाचन क्रिया में करता है सुधार
मिसो प्रोबायोटिक्स का एक अच्छा स्रोत है क्योंकि इसमें एस्परगिलस ओरेजा होता है। यह आंत के स्वास्थ्य में सुधार के लिए जाना जाता है। यह पेट की सूजन, कब्ज, आंत सिंड्रोम जैसी पाचन संबंधी बीमारियों को कम करने में सहायक है। मिसो प्राकृतिक रूप से फेर्मेंटेड होता है, इसलिए यह सोयाबीन में मौजूद एंटी-न्यूट्रिएंट्स की संख्या को कम करके पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।
कैंसर से बचाव में भी है सहायक
कुछ अध्ययनों के मुताबिक, मिसो का सेवन कुछ प्रकार के कैंसर को रोक सकता है। उच्च नमक वाले खाद्य पदार्थ पेट के कैंसर का कारण बन सकते हैं, लेकिन मिसो में ज्यादा नमक होने के बावजूद भी यह कैंसर के खतरे को कम करने में सहायक है। यह ब्रेस्ट और लीवर कैंसर के जोखिम को कम करता है, इसलिए आपको अपनी डाइट में मिसो को जरूर शामिल करना चाहिए।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाता है मजबूत
मिसो प्रोटीन, विटामिन के और मैंगनीज सहित कई ऐसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो आपके स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए अच्छे हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद जिंक भी मेटाबॉलिज्म और प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करने के लिए जाना जाता है, जिससे कई बैक्टीरिया, वायरल और फंगल संक्रमणों से बचाव होता है। इसके साथ ही यह खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और पेट का स्वस्थ बनाए रखने में भी मददगार है।
दिमाग को भी रखता है स्वस्थ
मिसो का सेवन दिमाग को तेज करने में प्रभावी है क्योंकि इसमें कोलीन और बी-विटामिन जैसे नियासिन और फोलेट होते हैं जो याद्दाश्त संबंधी फंक्शन के विकास में सहयोग करते हैं। यह आपकी याद्दाश्त को बढ़ाने और चिंता, तनाव, अवसाद और OCD जैसे लक्षणों को कम करने में भी मदद करता है। इसके अलावा यह आपकी आंत को भी स्वस्थ रखता है।
हृदय रोगों से सुरक्षित रखने में है सहायक
मिसो में मौजूद प्रोबायोटिक्स हृदय स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए अच्छा होता है। जर्नल न्यूट्रिएंट्स में प्रकाशित एक अध्ययन में पता चला है कि सोया LDL यानि खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को काफी कम कर देता है। LDL दिल से संबंधित बीमारियों का कारण बनता है। वहीं एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि रोजाना मिसो सूप पीने से 50-81 वर्ष की आयु के लोगों में उनके ब्लड प्रेशर को प्रभावित किए बिना हृदय गति कम हो सकती है।