दिवाली पर दोस्तों के साथ खेलें ये 5 मजेदार खेल, त्योहार का मजा हो जाएगा दोगुना
दिवाली को रोशनी का त्योहार कहा जाता है, जिस दिन पूरा देश पटाखों और दियों से जगमगा उठता है। इस साल यह पर्व 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा, जिस दिन भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा होती है। इस दिन लोग अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलने जाते हैं और दिवाली की पार्टियों का आयोजन करते हैं। आप इस उत्सव के आनंद को दोगुना करने के लिए अपने प्रियजनों के साथ ये 5 मजेदार खेल खेल सकते हैं।
म्यूजिकल चेयर
हम सभी ने बचपन में कभी न कभी म्यूजिकल चेयर जरूर खेला होगा। इस मजेदार खेल को आप अपनी दिवाली पार्टी में भी शामिल कर सकते हैं। इसमें खेलने वाले लोगों की संख्या से कम कुर्सियां रखें और दिवाली के गाने बजाएं। सभी लोगों को कुर्सियों के आस-पास गोल-गोल घूमना होता है और गाना बंद होते ही उनपर बैठना होता है। जो लोग कुर्सी पर नहीं बैठ पाते, वे खेल से बाहर हो जाते हैं।
अंताक्षरी
भारत में कोई भी उत्सव अंताक्षरी खेले बिना अधूरा रहता है। इस खेल में लोगों को एक शब्द बताया जाता है और उन्हें उससे शुरू होने वाला कोई गीत गाना होता है। गाना खत्म होने के बाद अगले खिलाड़ी को उसके आखरी शब्द से शुरू होने वाला गीत गाना होता है। आप अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को 2 टीमों में बाटकर इस खेल का आनंद ले सकते हैं। सबसे मजेदार दिवाली पार्टी आयोजित करने के लिए ये टिप्स अपनाएं।
ताश
दिवाली पर ताश खेलने को शुभ माना जाता है, जिसके पीछे एक पौराणिक कथा है। दिवाली और जमघट पर ताश खेलने की परंपरा भगवान शिव और माता पारवती से शुरू हुई थी। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन माता पारवती ने भगवान शिव से पासा खेला था। उन्होंने कहा था कि जो व्यक्ति दिवाली की रात को ताश खेलेगा, उसे सालभर समृद्धि प्राप्त होगी। इसी कारण आप अपनी दिवाली पार्टी में ताश खेल सकते हैं।
डंब चारेड्स
डंब चारेड्स एक बेहद मजेदार खेल होता है, जिसके दौरान लोगों को अलग-अलग टीमों में बाटा जाता है। अब एक टीम दूसरी टीम के किसी एक सदस्य को कोई फिल्म बताती है। उस सदस्य को अपनी टीम के अन्य खिलाडियों को बिना बोले महज इशारों के जरिए फिल्म का नाम बताना होता है। जो टीम सबसे ज्यादा फिल्मों के नाम बता देती है, वह जीत जाती है। आइए साथ मिलकर दिवाली त्योहार की पुरानी यादों को ताजा करते हैं।
तंबोला
तंबोला एक ऐसा खेल है, जो हर उम्र के लोगों के लिए अच्छा रहता है। इस खेल में सभी खिलाडियों को एक पर्ची दी जाती है, जिसमें अलग-अलग अंक लिखे होते हैं। इस दौरान एक खिलाड़ी कोई भी अंक बोलता जाता है और जिनकी पर्चियों पर वे अंक होते हैं, वे उन्हें काटते जाते हैं। जिसकी पर्ची पर लिखे सभी अंक सबसे पहले कट जाते हैं, वह इस खेल को जीत जाता है।