नाभि में संक्रमण होने पर आजमाएं ये घरेलू नुस्खे, जल्द दूर होगी समस्या
पसीना, लिंट, या कॉस्मेटिक उत्पादों के अवशेष नाभि में बैक्टीरिया वृद्धि और संक्रमण का कारण बन सकते हैं। अगर समय पर इस समस्या का उपचार न किया जाए तो अत्यधिक खुजली, लाल चकत्ते, दर्द, सूजन और मवाद या रक्त जैसे लक्षण कई दिनों से लेकर हफ्तों तक रह सकते हैं। आइए आज हम आपको 5 ऐसे घरेलू नुस्खे बताते हैं, जो प्रभावी तरीके से समस्या को दूर कर सकते हैं।
सफेद सिरके का करें उपयोग
सफेद सिरके में मौजूद एसिटिक एसिड एंटी-सेप्टिक गुणों की काम करके संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया से प्रभावी ढंग से लड़ सकता है। यही कारण है कि इसे प्राकृतिक कीटाणुनाशक भी माना जाता है। लाभ के लिए 2 बड़ी चम्मच पानी में 1 बड़ी चम्मच सफेद सिरका मिलाएं और फिर इसे रुई से अपनी नाभि पर लगाएं। 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर नाभि को पानी से धो लें। यहां जानिए सफेद सिरके के अन्य उपयोग।
पुदीना का तेल आएगा काम
पुदीने का तेल हीलिंग एजेंटों से भरपूर होता है, जो नाभि में संक्रमण के कारण होने वाली खुजली, जलन, दर्द और रूखेपन से राहत दे सकता है। यह सूजन से छुटकारा दिलाने में भी सहायक है और इसके एंटी-माइक्रोबियल गुण एक स्वच्छ और संक्रमण-मुक्त नाभि रख सकते हैं। आपको बस इतना करना है कि पुदीने के तेल की 2-3 बूंदें लेकर इसमें 1 चम्मच नारियल का तेल मिलाएं और इसे नाभि पर लगाएं। यहां जानिए पुदीने के तेल के हैक्स।
नमक का पानी भी है प्रभावी
नमक एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल होते हैं, जो नाभि के संक्रमण को फैलने से रोक सकता है और इसके लक्षणों से भी राहत दे सकता है। लाभ के लिए 1 चम्मच नमक लें और इसे 1 कप गुनगुने पानी में मिलाएं। अब इस घोल को नाभि पर लगाएं और स्थिति नियंत्रित होने तक इस उपाय को दिन में 2 बार दोहराएं। यहां जानिए पानी में नमक मिलाकर नहाने के फायदे।
एलोवेरा है लाभदायक
एलोवेरा का उपयोग आमतौर पर त्वचा की लगभग सभी समस्याओं के इलाज के लिए किया जा सकता है और यह नाभि संक्रमण के मामले में भी प्रभावी है। यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है, जो त्वचा को हाइड्रेट करने समेत पोषण प्रदान कर सकता है। लाभ के लिए एलोवेरा की ताजी पत्ती को काटकर उसका जेल निकालें और इसे अपनी नाभि पर लगाएं। जब एलोवेरा जेल सूख जाए तो नाभि को पानी से साफ कर लें।
हाइड्रोजन पेरोक्साइड लगाएं
हाइड्रोजन पेरोक्साइड संक्रमणों के खिलाफ अच्छा काम करता है। इसमें शक्तिशाली एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं और यह संक्रमित क्षेत्र को रोगजनकों से मुक्त भी रखता है। लाभ के लिए 1 बड़ी चम्मच हाइड्रोजन पेरोक्साइड को 2 बड़ी चम्मच पानी के साथ मिलाएं। अब इसमें रुई का एक छोटा-सा टुकड़ा भिगोएं और फिर इसे अपनी नाभि पर लगाएं। इसे प्राकृतिक रूप से सूखने दें। इस उपाय को रोजाना 1 बार करना ही काफी है।