मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित हैं ये 5 खूबसूरत पर्यटन स्थल
समृद्ध इतिहास और दिलचस्प अतीत से भरपूर भारतीय राज्य मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल इतिहासकारों, पुरातत्वविदों, कला और वास्तुकला संरक्षकों समेत प्रकृति प्रमियों के लिए आदर्श जगह है। इसका कारण है कि शहर में उद्यान, मॉल, वॉटर पार्क और बांध जैसे आधुनिक दुनिया के रोमांचक स्थलों से लेकर संग्रहालय, किले और मंदिर आदि से युक्त अतीत का आकर्षण भी है। ऐसे में आइए आज भोपाल के 5 प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में जानते हैं।
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान
साल 1979 में स्थापित वन विहार मध्य भारत के सबसे प्रसिद्ध शहरी राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। यह उद्यान भालू और घड़ियाल के साथ-साथ बाघ, तेंदुओं और शेरों की प्रजातियों का घर है। इन जानवरों को खाइयों और दीवारों से घिरे स्थानों में रखा गया है, जो उनके प्राकृतिक आवास का अनुकरण करते हैं। हालांकि, चीतल, सांभर और काले हिरण जैसे शाकाहारी जानवरों को इसमें प्राकृतिक परिवेश में स्वतंत्र रूप से घूमने के लिए छोड़ दिया गया है।
लक्ष्मी नारायण मंदिर
बिड़ला मंदिर के नाम से लोकप्रिय यह मंदिर देश भर में बिड़ला परिवार द्वारा निर्मित 18 मंदिरों में से एक है। अरेरा हिल्स के शीर्ष पर स्थित यह मंदिर नीचे से शहर का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है। मंदिर की वास्तुकला नागर शैली को दर्शाती है, जिसमें भव्य मेहराब और लकड़ी के स्मारक इसकी भव्यता को बढ़ाते हैं। इस मंदिर में देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।
गौहर महल
गौहर महल का निर्माण साल 1820 में भोपाल की पहली महिला शासक कुदिसिया बेगम ने करवाया था। भोपाल के नवाबों की सांस्कृतिक विरासत के रूप में जाना जाने वाला गोहर महल ऊपरी झील के तट पर स्थित एक हवेली है। राज्य के पर्यटन और हस्तशिल्प विभागों द्वारा यहां आयोजित मेले, हस्तशिल्प कार्यशालाएं और आदिवासी कला प्रदर्शनियां इस महल के आकर्षण को बरकरार रखे हुए है। वार्षिक भोपाल महोत्सव भी जनवरी-फरवरी के दौरान गौहर महल में ही आयोजित किया जाता है।
भीमबेटका
यह पुरातात्विक स्थल आपको दक्षिण एशियाई पाषाण युग का स्मरण करवा सकता है। भीमबेटका में 600 से अधिक चट्टानी आश्रय और गुफाएं हैं। इन गुफाओं की दीवारें 30,000 साल पुराने चित्रों से सुशोभित हैं। ये चित्र वनस्पति रंगों का उपयोग करके बनाई गई हैं। यह जगह साल और सागौन के घने पेड़ों के बीच स्थित हैं। अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के कारण भीमबेटका वीकेंड की छुट्टियों में घूमने के लिए सबसे दिलचस्प स्थान है।
ताज-उल-मस्जिद
प्राचीन मोतिया तालाब के तट पर स्थित ताज-उल-मस्जिद भोपाल के सबसे बड़े पर्यटक आकर्षणों में से एक है। इसका विशाल आकार और शानदार डिजाइन इसे दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित मस्जिदों में से एक बनाता है। इस भव्य मस्जिद का निर्माण मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर के शासनकाल के दौरान 1844 और 1860 के बीच शुरू हुआ था। इसके कई सालों बाद 1985 में यह मस्जिद पूरी तरह से बनकर तैयार हुई।