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जब बच्चा स्कूल जाता है तो उसके व्यवहार में आ जाते हैं ये बदलाव
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जब बच्चा स्कूल जाता है तो उसके व्यवहार में आ जाते हैं ये बदलाव

लेखन अंजली
Nov 19, 2025
03:31 pm

क्या है खबर?

जब बच्चा पहली बार स्कूल जाता है तो उसके व्यवहार में कई बदलाव आते हैं। ये बदलाव न केवल बच्चे के लिए, बल्कि माता-पिता के लिए भी अहम होते हैं। स्कूल जाने के बाद बच्चे को नई चीजें सीखने का मौका मिलता है और वह अपने दोस्तों के साथ समय बिताता है। इस प्रक्रिया में बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ता है। आइए जानते हैं कि स्कूल जाने के बाद बच्चे के व्यवहार में क्या-क्या बदलाव आते हैं।

#1

आत्मनिर्भरता का विकास

स्कूल जाने के बाद बच्चा खुद पर निर्भर होना सीखता है। उसे अपने बैग पैक करने, समय पर स्कूल पहुंचने और खुद का ध्यान रखने जैसी बातें सिखाई जाती हैं। इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ता है और वह अपनी जिम्मेदारियों को समझता है। इसके अलावा वह अपने काम खुद करने की आदत डालता है, जिससे उसकी स्वतंत्रता की भावना भी विकसित होती है। यह अनुभव उसे भविष्य में कई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करता है।

#2

सामाजिकता सीखना

स्कूल जाने पर बच्चे को नए दोस्त बनाने और दूसरों के साथ मिल-जुलकर रहने का मौका मिलता है। वह टीम वर्क, सहयोग और समझौता करना सीखता है। इससे उसकी सामाजिक कौशल बेहतर होती है और वह दूसरों के साथ अच्छी तरह से बातचीत करना जानता है। इसके अलावा वह अपनी भावनाओं को नियंत्रित करना और समस्याओं का समाधान ढूंढना भी सीखता है। यह अनुभव उसे भविष्य में कई सामाजिक स्थितियों का सामना करने के लिए तैयार करता है।

#3

अनुशासन सीखना

स्कूल जाने पर बच्चे को समय की पाबंदी, नियमों का पालन करना और काम पूरा करने की आदत पड़ती है। इससे उसका अनुशासन बढ़ता है और वह अपने समय का सही उपयोग करना सीखता है। इसके अलावा वह अपनी प्राथमिकताएं तय करना जानता है और जिम्मेदारियों को समझता है। यह अनुभव उसे भविष्य में कई स्थितियों में अनुशासित रहने में मदद करता है और उसे एक बेहतर छात्र और नागरिक बनाता है।

#4

रचनात्मकता बढ़ाना

स्कूल जाने पर बच्चे को कला, संगीत, विज्ञान जैसे विषयों का परिचय मिलता है, जिससे उसकी रचनात्मकता बढ़ती है। वह नई चीजें बनाना, चित्रकारी करना या संगीत सीखना पसंद करता है। इसके अलावा वह समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए नए तरीके अपनाता है। यह अनुभव उसे भविष्य में कई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करता है और उसकी कल्पनाशक्ति को विकसित करता है। इससे वह एक रचनात्मक और सोचने वाला व्यक्ति बनता है।

#5

मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना

स्कूल जाने पर बच्चे को अपनी भावनाओं को व्यक्त करना और तनाव से निपटना सिखाया जाता है। शिक्षक और सलाहकार उसकी मदद करते हैं ताकि वह मानसिक रूप से मजबूत बन सके। इसके अलावा बच्चे को ध्यान लगाने, योग करने या खेल खेलने जैसी गतिविधियों से भी जोड़ा जाता है, जिससे उसका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। इस प्रकार स्कूल जाने पर बच्चा न केवल शिक्षा प्राप्त करता है बल्कि जीवनभर काम आने वाले गुण भी सीखता है।