बिहार: यूट्यूबर मनीष कश्यप 9 महीने बाद जेल से रिहा, बाहर आते ही सरकार को घेरा
क्या है खबर?
बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप करीब 9 महीने बाद जेल से बाहर आ गए हैं। 20 दिसंबर को पटना हाई कोर्ट ने उन्हें सशर्त जमानत दी थी, जिसके बाद वे जेल से बाहर आ गए हैं।
इस मौके पर बेऊर जेल के बाहर सैकड़ों समर्थकों ने मनीष का स्वागत किया। जेल से बाहर आते ही मनीष ने बिहार सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सरकार पर साजिश रचने का आरोप लगाया।
बयान
मनीष बोले- बिहार में कंस की सरकार
जेल से बाहर आते ही मनीष ने कहा, "बिहार में कंस की सरकार चल रही है। मेरे खिलाफ साजिश की गई थी, इसी वजह से मैं 9 महीने जेल में रहा। भगवान कृष्ण ने जेल में जन्म लिया था। बिहार में बहुत सारे कंस हैं, जिन्होंने मेरे खिलाफ साजिश रची है। मुझे सजा कोर्ट ने नहीं, नेताओं ने दी थी। मुझ पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगा दिया गया, जिसे कोर्ट ने हटा दिया।"
जेल
क्यों जेल में थे मनीष?
दरअसल, इसी साल फरवरी में मनीष ने तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर हुए कथित हमले का वीडियो साझा किया था।
इसमें मनीष ने बिहार और तमिलनाडु सरकार पर आरोप लगाते हुए लोगों की हत्या के भी दावे किए। तमिलनाडु पुलिस ने इन खबरों को झूठा बताते हुए मनीष के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
पुलिस के मुताबिक, मनीष ने 2 लोगों के बीच व्यक्तिगत विवाद के एक वीडियो को भी गलत संदर्भ में साझा किया था।
NSA
मनीष पर NSA के तहत हुई थी कार्रवाई
मनीष पर तमिलनाडु पुलिस ने NSA के तहत मामला दर्ज किया था। बिहार पुलिस ने उनकी संपत्ति भी कुर्क की थी और आर्थिक अपराध इकाई (EOW) ने मनीष के 4 बैंक खातों में जमा 42 लाख रुपये की राशि भी फ्रीज कर दी थी।
कुछ दिनों के लिए मनीष तमिलनाडु की जेल में बंद थे। बाद में उन्हें पटना की बेऊर जेल में लाया गया था। मनीष के खिलाफ 7 मामले दर्ज हैं।
मनीष
कौन हैं मनीष कश्यप?
मनीष का जन्म 9 मार्च, 1991 को बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के डुमरी महनवा गांव में हुआ था।
साल 2020 में मनीष ने बिहार की चनपटिया विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था। मनीष का असली नाम त्रिपुरारी कुमार तिवारी है और वो खुद को 'सन ऑफ बिहार' यानी बिहार का बेटा बताते हैं।
वो 'सच तक' नाम से एक यूट्यूब चैनल चलाते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मनीष के पिता सेना में रह चुके हैं।