तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले की झूठी खबर फैलाई, BJP नेता और पत्रकारों पर केस
क्या है खबर?
तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले की झूठी खबर फैलाने से जुड़े मामले में उत्तर प्रदेश के भाजपा नेता प्रशांत उमराव पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने दो पत्रकारों पर भी मामला दर्ज किया है।
क्षेत्र और भाषा के आधार पर दुश्मनी पैदा करने का आरोप लगाते हुए ये FIR दर्ज की गई है।
बता दें, बीते कुछ दिनों से तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले से जुड़े वीडियो को लेकर विवाद चल रहा है।
केस
प्रशांत उमराव पर क्यों हुआ केस?
प्रशांत ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के साथ बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की फोटो शेयर की थी।
इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा था, 'तमिलनाडु में हिंदी बोलने पर बिहार के 15 लोगों को फांसी पर लटका दिया गया, जिसमें से 12 की मौत हो गई। उसके बाद तेजस्वी यादव बेशर्मी से वहां स्टालिन के साथ मिलकर जन्मदिन की पार्टी करते रहे।'
हालांकि, बाद में उन्होंने ये ट्वीट डिलीट कर दिया।
पत्रकार
2 पत्रकारों के खिलाफ भी केस दर्ज
पुलिस ने प्रशांत पर क्षेत्र और भाषा के आधार पर दुश्मनी फैलाने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज किया है।
पुलिस ने तनवीर नाम के एक पत्रकार पर भी केस दर्ज किया है, जिन्होंने मजदूरों पर हमले के 2 वीडियो ट्वीट किए थे। एक हिन्दी अखबार के संपादक के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 153, 153(A), 504, 505 और IT एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।
विवद
मजदूरों पर कथित हमले को लेकर चल रहा है विवाद
पिछले कुछ दिनों से तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर कथित हमले के वीडियो सोशल मीडिया पर अलग-अलग दावों के साथ शेयर किए जा रहे हैं।
दावा किया जा रहा है कि तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी मजदूरों को हिन्दी बोलने की वजह से पीटा जा रहा है।
इस मामले पर शुक्रवार को बिहार की विधानसभा में भी खूब हंगामा हुआ था। हालांकि, तमिलनाडु पुलिस इनमें से कई वीडियो को फेक और भ्रामक बता चुकी है।
टीम
बिहार ने तमिलनाडु भेजी है उच्च स्तरीय टीम
तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर कथित हमलों की जांच के लिए बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम को तमिलनाडु भेजने का फैसला लिया है।
बिहार के ग्रामीण विकास सचिव बालमुरुगन डी इस टीम की अगुवाई कर रहे हैं, जिसमें पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।
ये टीम तमिनलाडु में उन इलाकों का दौरा करेगी, जहां से बिहारी मजदूरों पर कथित हमले की खबरें आ रही हैं।
बयान
तमिलनाडु के DGP ने वीडियो का बताया था फेक
तमिलनाडु के DGP सी सिलेंद्र बाबू ने ट्वीट कर इन वीडियोज को फेक बताया था।
उन्होंने कहा था, "बिहार में किसी ने यह कहते हुए एक झूठा और शरारती वीडियो पोस्ट किया है कि तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमला हुआ है। दो वीडियो पोस्ट किए गए हैं और दोनों झूठे हैं। ये दो घटनाएं तिरुपुर और कोयम्बटूर में हुई थीं। दोनों ही मामलों में टकराव तमिलनाडु के लोगों और प्रवासी श्रमिकों के बीच नहीं था।"
जानकारी
हमले की अफवाहों पर स्टालिन बोले- प्रवासी भाइयों की रक्षा करेंगे
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एक बयान में कहा, "प्रवासी श्रमिकों को डरने की जरूरत नहीं है। अगर कोई आपको धमकी देता है, तो हेल्पलाइन पर कॉल करें। तमिलनाडु की सरकार और लोग हमारे प्रवासी भाइयों की रक्षा के लिए हमेशा साथ हैं।"