क्या हैं दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज MV गंगा विलास की विशेषताएं?
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज को हरी झंडी दिखाई।
प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये MV गंगा विलास नामक इस क्रूज को वाराणसी से रवाना किया।
यह लग्जरी क्रूज भारत और बांग्लादेश के 5 राज्यों में 27 नदी प्रणालियों में 3,200 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगा।
आइए जानते हैं कि इस आधुनिक और लग्जरी क्रूज में क्या-क्या खासियत हैं।
खासियतें
62 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा है गंगा विलास क्रूज
MV गंगा विलास क्रूज 62 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा है और 1.4 मीटर के ड्राफ्ट के साथ चलता है।
इसमें तीन डेक हैं और 36 पर्यटकों की क्षमता वाले बोर्ड पर 18 सुइट हैं, जिनमें पर्यटकों को एक यादगार और शानदार अनुभव प्रदान करने के लिए सभी सुविधाएं मौजूद हैं।
यह जहाज पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचाता है और प्रदूषण मुक्त प्रणाली और शोर नियंत्रण तकनीकों से लैस है।
सुविधाएं
क्रूज में हैं पांच सितारा होटल जैसी सुविधाएं
क्रूज के निदेशक राज सिंह ने बताया कि 51 दिनों की यात्रा के लिए कुल किराया लगभग 20 लाख रुपये प्रति यात्री है, यानि एक दिन में 25,000 से 50,000 रुपये खर्च होंगे।
पांच सितारा होटल जैसी सुविधाओं से लैस क्रूज में 36 यात्रियों के रहने की व्यवस्था है। इसके साथ ही क्रूज में क्रू के 40 सदस्य रह सकते हैं। MV गंगा विलास क्रूज को स्पा, सैलून और जिम जैसी सुविधाओं से भी लैस किया गया है।
जानकारी
क्रूज में है सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट
क्रूज के निदेशक राज सिंह ने बताया कि क्रूज पर एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी है ताकि गंदा पानी गंगा में न बहे। इसके अलावा इस पर एक फिल्ट्रेशन प्लांट भी है, जो नहाने और अन्य कामों के लिए गंगा के पानी को शुद्ध करेगा।
रूट
किन-किन स्थानों से गुजरेगा MV गंगा विलास क्रूज?
गंगा विलास के यात्रा कार्यक्रम को भारत की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करने के लिए ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व के स्थानों पर रुकने के लिए तैयार किया गया है।
यह क्रूज रॉयल बंगाल टाइगर्स के लिए प्रसिद्ध बंगाल की खाड़ी के सुंदरबन और अन्य विश्व धरोहर स्थलों के साथ-साथ एक सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान से भी गुजरेगा।
इस दौरे का मुख्य आकर्षण वाराणसी की गंगा आरती होगी।
सुविधाएं
यात्रियों के मनोरंजन के लिए होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
गंगा विलास क्रूज पर सवार यात्री अपने सफर के दौरान 27 नदियां और 50 से ज्यादा पर्यटक स्थल देख सकेंगे।
क्रूज पर यात्रियों के मनोरंजन के लिए संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसी कई अन्य सुविधाएं मौजूद होंगी।
बता दें कि क्रूज का इंटीरियर देश की संस्कृति और धरोहर को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। इंटीरियर में सफेद, गुलाबी, लाल और हल्के रंगों का इस्तेमाल किया गया है।
मॉडल
PPP मॉडल पर चलेगा गंगा क्रूज
गंगा क्रूज को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर चलाया जाएगा। इसके लिए IWAI, अंतरा लग्जरी रिवर क्रूज और जेएम बक्सी रिवर क्रूज ने समझौता किया है।
क्रूज से यात्रा करने के लिए टिकट की कीमत इसे चलाने वाली कंपनी ही तय करेगी और इसमें केंद्र सरकार दखल नहीं देगी।
राज्यों में बगैर किसी बाधा के सफर करने के लिए भारतीय पोत अधिनियम में संशोधन करके क्रूज लाइनों को राष्ट्रीय परमिट दिया जाएगा।
विकास
वाराणसी में बनाई गई है टेंट सिटी
पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ावा देने के लिए गंगा नदी के तट पर टेंट सिटी की परिकल्पना की गई है।
यह परियोजना शहर के घाटों के सामने विकसित की गई है, जो विशेष रूप से काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन के बाद वाराणसी में रहने की सुविधा प्रदान करेगी और पर्यटकों की बढ़ती संख्या का भार उठाएगी।
इसे सार्वजनिक निजी भागीदारी के प्रारूप में वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) द्वारा विकसित किया गया है