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ओडिशा के कटक में क्यों तनावपूर्ण हुए हालात और वर्तमान में कैसी है स्थिति?
कटक में दुर्गा पूजा मूर्ति विसर्जन जुलूस के दौरान भड़की हिंसा

ओडिशा के कटक में क्यों तनावपूर्ण हुए हालात और वर्तमान में कैसी है स्थिति?

Oct 06, 2025
11:39 am

क्या है खबर?

ओडिशा में अपने सांप्रदायिक सौहार्द के लिए प्रसिद्ध शहर कटक में इस समय हालात बेहद तनावपूर्ण हैं। रविवार रात दुर्गा पूजा मूर्ति विसर्जन जुलूस में 2 गुटों में हुई हिंसक झड़प ने शहर की शांति को पूरी तरह बिगाड़ दिया। सरकार ने व्यवस्था बहाल करने के लिए शहर में 36 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी। ऐसे में आए जानते हैं आखिर कटक में स्थिति कैसे बिगड़ी और अब तक क्या-क्या कदम उठाए गए हैं।

शुरुआत

कैसे हुई झड़प की शुरुआत?

कटक में हिंसा शनिवार देर रात डेढ बजे दरगाह बाजार के हाथी पोखरी के पास उस समय शुरू हुई जब कुछ स्थानीय लोगों ने विसर्जन जुलूस के दौरान तेज संगीत बजाने पर आपत्ति जताई। इसके बाद लोगों ने जुलूस को रोक दिया। इससे विवाद बढ़ गया। इस दौरान कुछ लोगों ने छतों से पत्थर और कांच की बोतलें फेंकना शुरू कर दिया। इस घटना में पुलिस उपायुक्त (DCP) खिलाड़ी ऋषिकेश ज्ञानदेव समेत कई लोग घायल हो गए।

कार्रवाई

पुलिस ने स्थिति संभालने के लिए किया लाठीचार्ज

पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए लाठाचार्ज किया। इससे स्थिति और बिगड़ गई और गुस्साए लोगों ने पथराव के साथ आगजनी शुरू कर दी। इस दौरान 8 पुलिसकर्मियों समेत कुल 25 लोग घायल हो गए। बाद में पुलिस ने आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियां दागकर स्थिति को नियंत्रण में लिया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। इसके अलावा पुलिस ने 6 उपद्रवियों को गिरफ्तार भी कर लिया। हालांकि, इससे शहर में तनाव चरम पर पहुंच गया।

रैली

VHP के रैली निकालने से और बिगड़ी स्थिति

मामले में विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने रविवार को बजरकबाटी रोड पर एक विशाल रैली का आयोजन किया, जिसमें 10,000 से अधिक लोग शामिल हुए। रैली में शामिल लोगों ने एक अल्पसंख्यक समुदाय को हटाने की मांग करते हुए विवादास्पद नारे लगाए गए। उसके बाद व्यापक आक्रोश फैल गया और सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया। शाम को दंगाइयों ने गौरीशंकर पार्क के पास 8-10 जगहों पर आग लगा दी, जिससे दुकानें और सीसीटीवी कैमरे क्षतिग्रस्त हो गए।

कदम

प्रशासन ने उठाए सख्त कदम

प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए रात 10 बजे से 13 थाना क्षेत्रों के दरगाह बाजार, मंगलाबाग, पुरीघाट, लाल बाग और जगतपुर जैसे प्रमुख इलाकों में 36 घंटे का कर्फ्यू लागू कर दिया। इसी तरह कटक नगर निगम, कटक विकास प्राधिकरण और 42 मौजा क्षेत्रों में सोमवार शाम 7 बजे तक इंटरनेट और मैसेजिंग सेवाएं निलंबित कर दी। इनमें व्हाट्सऐप, फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम और स्नैपचैट आदि शामिल हैं। शहर में सुरक्षा बलों की 10 कंपनियां भी तैनात की गई हैं।

अपील

मुख्यमंत्री माझी ने की शांति की अपील

मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने घटनाओं पर दुख व्यक्त किया और लोगों से भाईचारे की सदियों पुरानी भावना को बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, "कटक एक हजार साल पुराना शहर है जो अपनी एकता और सांप्रदायिक सद्भाव के लिए जाना जाता है। कुछ शरारती तत्वों की हरकतों के कारण हाल के दिनों में शांति भंग हुई है। सरकार उपद्रवियों पर कड़ी नज़र रख रही है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"

अपील

नवीन पटनायक ने भी की शांति की अपील

पूर्व मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल (BJD) अध्यक्ष नवीन पटनायक ने भी लोगों से संयम बरतने की अपील की है। ​​ उन्होंने हिंसा को बेहद चिंताजनक बताते हुए कहा, "ओडिशा हमेशा से एक शांतिप्रिय राज्य रहा है। भाईचारे के शहर कटक में ऐसी अप्रिय स्थिति चिंताजनक है।" उन्होंने कहा, "स्थिति को नियंत्रित करने में पुलिस पूरी तरह से असहाय दिखी। भाजपा सरकार के तहत पुलिस पर दबाव राज्य में कानून-व्यवस्था को बिगाड़ रहा है।"

आह्वान

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और बंद का आह्वान

VHP ने शांतिपूर्ण मूर्ति विसर्जन सुनिश्चित करने में प्रशासनिक विफलता का आरोप लगाते हुए सोमवार को कटक में 12 घंटे के बंद की घोषणा की है। VHP प्रवक्ता ने कहा, "बार-बार अनुरोध के बावजूद अधिकारी शांति सुनिश्चित करने में विफल रहे हैं। DCP और कलक्टर का तबादला किया जाना चाहिए।" BJD ने असामाजिक तत्वों पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया और सरकार के लापरवाही बरतने की बात कही है।