देशभर में क्यों हो रही BLO की मौत और क्या SIR का दबाव है कारण?
क्या है खबर?
चुनाव आयोग पूरे देश में मतदाता सूचियों का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) करा रहा है। चुनाव को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए यह प्रक्रिया बेहद जरूरी है। इस बीच SIR प्रक्रिया में लगाए गए बूथ स्तरीय अधिकारी (BLO) बेहद तनाव से जूझ रहे हैं। अब तक 10 BLO की आत्महत्या या अन्य कारणों से मौत हो चुकी है। इससे आयोग की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। आइए SIR और BLO के कार्यभार पर नजर डालते हैं।
मौत
कहां-कहां हुई BLO की मौत?
SIR प्रक्रिया शुरू होने के बाद से पश्चिम बंगाल में एक महिला BLO ने SIR के कार्यभार से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। नादिया में एक BLO का शव फंदे से लटका मिला। मध्य प्रदेश में 2 BLO की हार्ट अटैक से मौत हो गई। राजस्थान में एक BLO ने ट्रेन के आगे कूदकर और केरल में एक BLO आत्महत्या कर ली। गुजरात में 4 BLO की विभिन्न कारणों से मौत हो गई, लेकिन किसी के पास जवाब नहीं है।
इस्तीफा
उत्तर प्रदेश में BLO ने दिया इस्तीफा
इस सप्ताह उत्तर प्रदेश के नोएडा से कार्यरत BLO पिंकी सिंह ने यह शिकायत करते हुए इस्तीफा दे दिया कि सरकारी स्कूल में अध्यापिका के रूप में अपनी नौकरी बरकरार रखना असंभव है, जबकि उन्हें 10 किलोमीटर दूर एक आवासीय कॉलोनी में 1,179 मतदाताओं के सत्यापन की देखरेख भी करनी है। उन्होंने इस्तीफे में लिखा, 'मैं इस्तीफा दे रही हूं। अब मैं यह काम नहीं कर पाऊंगी। मैं न तो पढ़ा सकती और नही BLO का काम कर सकती।'
चिंता
चुनाव आयोग ने BLO की मौतों पर जताई चिंता
चुनाव आयोग ने BLO की बढ़ती मौतों की संख्या पर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि BLO को सौंपा गया कार्यभार 1,000 मतदाताओं से अधिक नहीं होना चाहिए। चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि उसने इस शारीरिक और मानसिक रूप से थका देने वाले काम के लिए भत्ते को दोगुना कर 12,000 रुपये प्रति वर्ष कर दिया है और SIR से संबंधित प्रोत्साहन राशि को भी बढ़ाकर 2,000 रुपये कर कर दिया है।
प्रदर्शन
BLO की मौतों पर शुरु हुए विरोध प्रदर्शन
देशभर में हो रही BLO की मौतों के बाद BLO और कर्मचारी यूनियनों ने विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों से तनाव कम करने के लिए कार्रवाई करने की मांग की। इनमें से कुछ विरोध प्रदर्शन हिंसक भी हो गए। पिछले सप्ताह केरल के उत्तरी हिस्से में एक BLO ने मतदाता सूची फाॅर्म भरते समय सार्वजनिक रूप से नग्न होकर प्रदर्शन किया था। उन्होंने कार्यभार अधिक होने का आरोप लगाया था। चुनाव आयोग ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
परेशान
SIR से क्यों परेशान हैं BLO?
SIR प्रक्रिया में लगाए गए BLO को घर-घर जाकर मतदाताओं का नाम, पता, आधार कार्ड जैसा अन्य जानकारी अपडेट करनी पड़ रही है। जिसका मतदाता पहचान पत्र 2003 के बाद बना उसे अपने माता या पिता का नंबर लिखना होता है। इसके साथ ही उन्हें स्कूल या तैनाती स्थल का कार्य भी देखना पड़ रहा है। इसके उलट BLO को समय पर कार्य पूरा न करने पर कार्रवाई होने का भी डर है। ऐसे में BLO खासे परेशान हैं।
कारण
क्या यह है BLO की असली परेशानी का कारण?
एक BLO का सैकड़ों लोगों से मिलना तनाव भरा काम है। अनपढ़ लोगों को SIR के बारे में समझाना और उनकी जानकारी एकत्र करना बहुत मुश्किल होता है। लोगों को फॉर्म देना, उन्हें समझाना, कई लोगों का फॉर्म खुद भरना, फॉर्म भर जाने के बाद उसे मतदाता सूची से मिलाना और हर एक मतदाता का फॉर्म वापस आयोग तक जमा कराना। इसमें किसी तरह की गलती होने पर कार्रवाई का डर BLO को अवसाद में ले जा रहा है।
बयान
BLO ने बताई आपबीती
NDTV के अनुसार, एक महिला BLO ने कहा, "मैं SIR प्रक्रिया में लगी हूं। लोगों के घर जाने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। समझाने के बाद भी लोग अपना फॉर्म नहीं भर रहे हैं। इसके बाद जब डाटा ऑनलाइन ऐप पर डालने जाते हैं तो वह काम नहीं करती है। इसके बाद भी अधिकारी हमसे सवाल कर रहे हैं और निर्धारित समय तक कार्य पूरा न होने पर कार्रवाई की धमकी दी जा रही है।"
आरोप
विपक्ष ने लगाया अत्याचार थोपने का आरोप
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी जैसे विपक्षी नेताओं ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग की आलोचना की है और आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग लगभग असंभव मतदाता पुन:सत्यापन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए BLO पर अत्यधिक दबाव डाल रहा है। राहुल ने कहा, "SIR की आड़ में पूरे देश में अराजकता फैला दी गई है। नतीजा? तीन हफ्तों में 16 BLO अपनी जान गंवा चुके हैं। SIR थोपा हुआ अत्याचार है।"