दिल्ली: रोहिणी अदालत में गोलीबारी, मोस्ट वांटेड गैंगस्टर समेत तीन की मौत
दिल्ली की रोहिणी अदालत में हुई गोलीबारी में मोस्ट वांटेड गैंगस्टर जीतेंद्र उर्फ गोगी की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार, गोगी को पेशी के अदालत लाया गया था, जहां टिल्लू तेजपुरिया गैंग के दो बदमाशों ने उस पर गोली चला दी। बदमाश वकीलों के कपड़े पहनकर अदालत में घुसे थे। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों हमलावरों को मौके पर ही ढेर कर दिया। गोलीबारी में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है।
पहले से कोर्ट रूम में मौजूद थे हमलावर- पुलिस
इंडियन एक्सप्रेस ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हवाले से लिखा है कि हमलावर पहले से ही कोर्ट रूम में बैठे हुए थे। जैसे ही गोगी को पेशी के लिए अंदर ले जाया गया, उन्होंने पिस्तौल निकालकर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इससे मौके पर भगदड़ मच गई और काउंटर इंटेलीजेंस टीम ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दोनों हमलावरों को ढेर कर दिया। उन्होंने कहा कि गोली लगने के बाद गोगी को अस्पताल ले गया था, जहां उसकी मौत हो गई।
अस्थाना बोले- गैंगवार नहीं था
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेस अस्थाना ने बताया कि टिल्लू गैंग से संबंधित दोनों बदमाशों को मार गिराया गया है और यह गैंगवार नहीं था। वहीं रोहिणी के DCP प्रणव तायल ने बताया हमलावर वकील की वर्दी पहनकर अंदर घुसे थे।
2020 में पकड़ा गया था गोगी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जीतेंद्र और उसके सहयोगी कुलदीप फज्जा को दो साल पहले गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया था। इनकी गिरफ्तारी के समय स्पेशल सेल ने बताया था कि इनके गैंग में करीब 50 लोग शामिल हैं। कुछ महीने पहले कड़कड़डूमा अदालत में पेशी के दौरान कुलदीप फरार हो गया था। उसके बाद से ही दिल्ली पुलिस की काउंटर इंटेलीजेंस टीम गोगी और सहयोगियों की पेशी के दौरान अदालत में मौजूद रहती है।
पुरानी है गोगी और टिल्लू गैंग की दुश्मनी
पुलिस के अनुसार, गोगी और जेल में बंद सुनील टिल्लू दोनों सालों से अलीपुर और सोनीपत में उगाही नेटवर्क चला रहे हैं और दोनों के बीच अकसर गैंगवार की घटनाएं होती हैं। पिछले छह सालों में दोनों गैंग के करीब 10 लोग मारे जा चुके हैं और कई घायल हुए हैं। फिलहाल गोगी तिहाड़ जेल में बंद था, जहां से उसे आज पेशी के लिए रोहिणी अदालत में लाया गया था।