दिल्ली का सबसे बड़ा सेक्स रैकेट चलाती थी सोनू पंजाबन, अब हुई 24 साल की सजा
राजधानी दिल्ली का सबसे बड़ा सेक्स रैकेट चलाने वाली सोनू पंजाबन को 24 साल की सजा सुनाई गई है। सजा सुनाते हुए अदालत ने कहा कि उसने सारी सीमाएं पार कर दी है और वह कड़ी सजा की हकदार है। बता दें, सोनू पंजाबन का असली नाम गीता अरोड़ा है और वह दिल्ली के अलावा कई दूसरे राज्यों में भी सेक्स रैकेट चलाती थी। आइये, सोनू और उसके काले कारनामों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कौन है सोनू पंजाबन?
सोनू पंजाबन का ठिकाना दक्षिण दिल्ली में था। यहां से वह अपहरण कर और नशा देकर लाई गई लड़कियों, मॉडल और अभिनेत्री बनने की इच्छुक लड़कियों को देह व्यापार में धकेलती थी। उसके अधिकतर ग्राहक शक्तिशाली और पैसे वाले लोग होते थे। 2011 में पुलिस ने बताया था कि उसके पास कई यौन कर्मी हैं और वह उन्हें दिल्ली के महंगे इलाकों, पांच-सितारा होटलों और फार्महाउस पर भेजती है। हत्या के एक मामले में भी उसका नाम आया था।
सोनू की गिरफ्तारी कब हुई थी?
सोनू कई बार पुलिस के हत्थे चढ़ चुकी है, लेकिन हर बार सजा से बच जाती थी। अंत में उसके लिए काम करने वाली एक लड़की सामने आई और उसने शिकायत की। सबसे पहले उसे 2007 में गिरफ्तार किया और कुछ ही दिन बाद वह जमानत पर बाहर आ गई। अगले साल फिर उसे गिफ्तार किया गया, लेकिन कुछ समय बाद ही वह फिर बाहर आ गई। पुलिस ने उसके करतूतों को देखते हुए उसका पीछा जारी रखा।
तीसरी बार भी मिल गई जमानत
अप्रैल, 2011 में दिल्ली पुलिस को एक बार फिर खबर मिली कि सोनू पंजाबी वेश्यावृत्ति में लिप्त है। तब पुलिस ने महरौली में छापेमारी कर सोनू को उसके चार सहयोगियों और चार अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया। इंडिया टूडे के मुताबिक, एक ही मामले में तीन बार गिरफ्तार होने के कारण पुलिस ने उसके खिलाफ महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट (MCOCA) के तहत मुकदमा दर्ज किया। कुछ समय बाद सबूतों के अभाव में उसे फिर जमानत मिल गई।
नाबालिग लड़की ने पुलिस की दी थी शिकायत
साल 2014 में एक नाबालिग लड़की ने सोनू पंजाबन के चंगुल से बाहर आकर नजफगढ़ थाने में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। लड़की ने पुलिस को बताया कि 13 साल की उम्र में संदीप बेदवाल नामक शख्स उसका अपहरण कर लाया और उसे सोनू पंजाबन को बेच दिया। इस मामले में शिकायत दर्ज की गई, लेकिन अदालत में गवाही से पहले पीड़िता भाग गई। इसके बाद मामला दिल्ली पुलिस की क्राइम बेंच को सौंपा गया।
2017 में फिर पुलिस के हत्थे चढ़ी सोनू पंजाबन
तीन साल बाद क्राइम ब्रांच ने पीड़िता का पता लगाया और उसकी गवाही के आधार पर सोनू पंजाबन और संदीप को गिरफ्तार कर लिया। सोनू को नाबालिग लड़कियों को वेश्वावृति के धंधे में धकेलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। वहीं संदीप के खिलाफ नाबालिग लड़कियों के रेप का मामला दर्ज किया गया। अदालत ने पुलिस के इन आरोपों को सही ठहराया। फैसला सुनाते हुए अदालत ने पीड़िता को सात लाख का मुआवजे देने का आदेश दिया है।
सोनू को सुनाई गई 14 और 10 साल की सजा
अदालत ने सोनू पंजाबन को दो अलग-अलग मामलों में 14 और 10 साल की सजा सुनाई है। एक सजा पूरी होने के बाद दूसरी सजा शुरू होगी। यानी सोनू कुल 24 साल जेल में रहेगी। वहीं संदीप को 20 साल की सजा सुनााई गई है।
एनकाउंटर में मारे गए सोनू के दोनों पति
सोनू पंजाबन ने दो बार शादी की है और उसके दोनों ही पति कुख्यात अपराधी थे। उसके पहले पति का नाम हेमानु सोनू था जो एक एनकाउंटर में मारा गया। कुछ समय बाद 2003 में उसने कुख्यात अपराधी श्री प्रकाश शुक्ला के सहयोगी विजय सिंह से दूसरी शादी की। विजय भी उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ एक एनकाउंटर में मारा गया। इसके बाद सोनू का एक बॉयफ्रेंड दीपक असम में एक एनकाउंटर में मारा गया था।
पर्दे पर भी दिखी है सोनू पंजाबन की झलक
सेक्स रैकेट और पुलिस से बचने के कारण सोनू एक चर्चित चेहरा बन गई थी। बॉलीवुड फिल्म 'फुकरे' और 'फुकरे रिटर्न्स' में ऋचा चड्ढा का किरदार 'भोली पंजाबन' सोनू पंजाबन से ही प्रेरित था।