सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में पुलिस की गिरफ्त में आए तीन आरोपी कौन है?
क्या है खबर?
पंजाब के मशहूर गायक-रैपर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में पंजाब पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए छह आरोपियों में से एक को गिरफ्तार कर लिया है। उसे कोर्ट से पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
इसी तरह पुलिस ने दो अन्य आरोपियों की पंजाब की दो जेलों से प्रोडेक्शन वारंट पर हिरासत ली है।
पुलिस को शक है कि इन आरोपियों ने ही वारदात को अंजाम देने वालों को वाहन और हथियार मुहैया कराए थे।
पहचान
उत्तराखंड से गिरफ्तार आरोपी ने मुहैया कराए थे वाहन
पंजाब पुलिस के अनुसार, मामले में सोमवार को उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के बीच मनप्रीत उर्फ भाऊ नाम के आरोपी को हिरासत में लिया था और मंगलवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट ने पांच दिन के रिमांड पर सौंपा है।
पुलिस ने बताया कि मनप्रीत ने कथित तौर पर हमलावरों को बोलेरो और कोरोला कार उपलब्ध कराई थी।
मनप्रीत एक ड्रग्स तस्कर है और उसके खिलाफ फरीदकोट, मुक्तसर और अन्य जिलों में नौ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
जानकारी
इन मामलों में हो चुकी है मनप्रीत की गिरफ्तारी
पुलिस ने बताया कि मनप्रीत को पूर्व में अवैध हथियारों की तस्करी, हत्या का प्रयास, दंगा और अपराध की योजना बनाने के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस अब उससे पूछताछ कर हत्या में शामिल आरोपियों का पता लगाने में जुटी है।
अन्य
इन आरोपियों से भी की जा रही है पूछताछ
पुलिस ने बताया कि मामले में बठिंडा जेल में बंद मनप्रीत सिंह और फिरोजपुर जेल में बंद शरद को भी पूछताछ के लिए प्रोडेक्शन वारंट पर पांच दिन की हिरासत में लिया गया है। ये दोनों आरोपी शार्प शूटर हैं और गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सक्रिय सदस्य बताए जाते हैं।
पुलिस ने बताया दोनों आरोपियों पर शक है कि उन्होंने भाऊ के कहने पर मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल किए गए वाहनों की हमलावरों के लिए व्यवस्था की थी।
शक
तिहाड़ और पंजाब की अलग-अलग जेलों से रची गई थी हत्या की साजिश
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मूसेवाला की हत्या की साजिश दिल्ली की तिहाड़ जेल और पंजाब की अलग-अलग जेलों के अंदर ही रची गई थी।
जेल में बंद मनप्रीत सिंह और शरद वर्चुअल नंबरों के जरिए लगातार कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के संर्पक में रहते थे। ऐसे में उसके इशारे पर यह साजिश रची गई थी।
पुलिस की माने तो मुसेवाला की हत्या में कुल छह शार्प शूटर शामिल थे और उनके पास चार तरह के अलग-अलग हथियार थे।
पृष्ठभूमि
रविवार को की गई थी मूसेवाला की हत्या
बता दें कि मूसेवाला रविवार शाम को महिंद्रा जीप से अपने दोस्त गुरविंदर और गुरप्रीत के साथ जवाहरके गांव जा रहे थे।
उसी दौरान पीछे से अन्य कार में सवार आठ हमलावरों ने उनकी जीप पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। इसमें मूसेवाला और उनके दोस्त घायल हो गए थ। बाद में मूसावाला को मृत घोषित कर दिया।
इस घटना के बाद मूसेवाला की सुरक्षा कम करने पर राज्य की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार की आलोचना हो रही है।
अंतिम संस्कार
मूसेवाला का उनके पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार
इधर, मंगलवार पंजाब के मानसा जिले स्थित पैतृक गांव मूसेवाला का अंतिम संस्कार कर दिया गया। उस दौरान बड़ी संख्या में उनके समर्थक मौजूद रहे और उन्होंने AAP की राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
मूसेवाला के शव को सुबह अंतिम दर्शन के लिए अस्पताल से घर लाया गया था। तनाव को देखते हुए मौके पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा।
बता दें पोस्टमार्टम में मूसेवाला के शरीर में 25 गोलियां लगने की पुष्टि हुई है।
SIT
पंजाब सरकार ने मामले की जांच के लिए किया SIT का गठन
मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मामले की CBI या NIA जांच कराने की मांग के लेकर सरकार ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है।
इसमें मानसा पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, बठिंडा उपाधीक्षक विश्वजीत सिंह और CIA प्रभारी पृथ्वीपाल सिंह को शामिल किया गया है।
इधर, पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने सरकार को नोटिस जारी करते हुए VIP लोगों की सुरक्षा कम करने को लेकर विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है।