कोलकाता मामला: पूर्व प्रधानाचार्य संदीप घोष ने अब तक पूछताछ में CBI को क्या-क्या बताया?
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में बीते 18 दिनों से केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) जांच कर रही है। मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य संदीप घोष से लगातार 15 दिनों से पूछताछ हो रही है, लेकिन अभी तक कुछ ठोस सामने नहीं आया है। घोष के 2 बार पॉलीग्राफ टेस्ट भी किए गए हैं। आइए जानते हैं इतने दिनों की पूछताछ में घोष ने CBI को क्या-क्या बताया है।
घोष को सुबह 10:20 बजे मिली घटना की जानकारी
न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, घोष ने CBI से कहा, "घटना वाले दिन कॉलेज के रेस्पिरेटरी मेडिसिन के एसोसिएट प्रोफेसर सुमित रॉय तापदार ने मुझे सुबह 10 बजे फोन किया था। हालांकि, तब मैं वॉशरूम में था, इसलिए फोन नहीं उठा पाया। इसके बाद करीब 10:20 बजे मैंने तपादार को वापस फोन किया था। तब मुझे पहली बार डॉक्टर की मौत के बारे में पता चला। इसके बाद मैं तुरंत अस्पताल की ओर निकला।"
घोष से पहले पुलिस को मिल चुकी थी सूचना
रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टर का शव सुबह 9:30 बजे एक छात्र ने देखा था। इसके 10 मिनट बाद ताला पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। पुलिस की जनरल डायरी से पता चला कि पुलिस ने सुबह 10:10 बजे मामला दर्ज किया था। यानी घोष को घटना के बारे में पुलिस के बाद जानकारी मिली। घोष ने ये भी कहा कि उन्होंने रास्ते में ही पुलिस को फोन किया था, तब पुलिस ने कहा कि वे मौके पर हैं।
घोष ने और किन-किन लोगों को फोन किया?
घोष ने घटना के बाद पूर्व चिकित्सा अधीक्षक संजय वशिष्ठ, रोगी कल्याण समिति के अध्यक्ष सुदीप्तो रॉय और चेस्ट मेडिसिन के विभागाध्यक्ष अरुणाभा दत्ता चौधरी को फोन किया था। घोष ने दावा किया कि उन्होंने घटनास्थल को सुरक्षित करने के लिए भी कहा था और वे 11 बजे अस्पताल पहुंच चुके थे। इस दौरान अस्पताल में कई ऐसे लोग मौजूद थे, जिनका आरजी कर से कोई संबंध नहीं था, लेकिन वे घोष को जानते थे।
CBI के लिए अभी भी अनसुलझे ये सवाल
कई दिनों की जांच के बावजूद CBI को अभी तक कई सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। सबसे बड़ा सवाल है कि प्रधानाचार्य होने के बावजूद घोष को आधा घंटे बाद क्यों सूचना दी गई। सवाल ये भी है कि घटनास्थल पर ऐसे लोग क्यों थे, जिनका अस्पताल से कोई संबंध नहीं था, परिजनों को आत्महत्या की सूचना क्यों दी गई और ऐसा किसके कहने पर हुआ था और घटनास्थल के पास मरम्मत का काम क्यों किया गया।
क्या है मामला?
9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सभागार में 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। घटना सामने आने के बाद पूरे देश में विरोध शुरू हो गया और डॉक्टर अपनी सेवाएं ठप कर हड़ताल पर चले गए। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच CBI को सौंप दी है। अब तक एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।