Page Loader
प्रधानमंत्री को मिलने वाली SPG सुरक्षा की खास बातें क्या हैं?
क्या है स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप?

प्रधानमंत्री को मिलने वाली SPG सुरक्षा की खास बातें क्या हैं?

Jan 01, 2022
03:05 pm

क्या है खबर?

देश में ऐसे बहुत से महत्वपूर्ण लोग होते हैं, जिन्हें सुरक्षा प्रदान की जाती है। जैसे देश के प्रधानमंत्री या कोई नामी शख्स, जिसको सुरक्षा की अति आवश्यकता होती है। सुरक्षा की बात करें तो इनमें स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) या विशेष सुरक्षा दल का नाम सबसे पहले आता है। SPG के कमांडो बड़ी ही मेहनत से तैयार किए जाते हैं। आइए जानें क्या है SPG, यह किसे और क्यों दी जाती है।

SPG

क्या है स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप?

SPG को देश के सबसे पेशेवर और आधुनिकतम सुरक्षाबलों में से एक माना जाता है। इस दल में जवानों का चयन पुलिस और अर्धसैनिक बलों (BSF, CISF, ITBP, CRPF) से किया जाता है। आपको बता दें कि SPG का मुख्यालय प्रधानमंत्री आवास दिल्ली में ही होता है। SPG प्रमुख का कार्यकाल तीन साल के लिए होता है। निदेशक रैंक का IPS अफसर SPG प्रमुख होता है और यह बल कैबिनेट सचिवालय के तहत काम करता है।

जानकारी

किसे मिलती है SPG सुरक्षा?

देश में किसको SPG सुरक्षा देनी है और किसको नहीं देनी है, यह फैसला केंद्रीय गृह मंत्रालय करता है। फिलहाल मौजूदा समय में अब सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास SPG सुरक्षा है। इसके पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और गांधी परिवार के पास SPG सुरक्षा थी। साल 2019 में केंद्र सरकार ने SPG एक्ट में बदलाव किया था, जिसके बाद से कई लोगों की SPG सुरक्षा हटा दी गई थी।

जानकारी

क्यों दी जाती है SPG सुरक्षा?

देश में संवैधानिक पदों पर बैठकर लोग नीति और कानून लागू करते हैं। जिसको लेकर कुछ लोग सहमति देते हैं तो कुछ अहसमति जता कर विरोध करते हैं। ऐसे में असहमति और कानून का विरोध जताने वाले कई लोग उस शख्स को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। ऐसे में SPG हर हमलों से या किसी अनहोनी से उस शख्स को बचाने का काम करती है। SPG में तैनात कमांडों की नजरे बाज की तरह होती हैं।

जानकारी

कैसे काम करती है SPG?

SPG में शामिल होने के लिए जवानों को वर्ल्ड क्लास की ट्रेनिंग से होकर गुजरना पड़ता है। यह ट्रेनिंग अमेरिकी सीक्रेट सर्विस एजेंट्स की तरह होती है। हमले के दौरान सेकेंड कार्डन को प्रधानमंत्री के चारों ओर खड़े जवानों को सिक्योरिटी कवर देना पड़ता है, जिससे पहले कार्डन के जवान प्रधानमंत्री को सुरक्षित उस जगह से निकाल सकें। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री के काफिले में SPG जवानों की 10 से ज्यादा गाड़ियां होती है।