बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में पकड़े गए आरोपी का होगा ऑसिफिकेशन टेस्ट, ये क्या होता है?
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को मुंबई में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों धर्मराज और गुरमैल को गिरफ्तार किया है। एक तीसरा आरोपी शिव फिलहाल फरार है। आज पुलिस ने इन 2 आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां एक ने खुद को नाबालिग बताया है। अब पुलिस इसका ऑसिफिकेशन टेस्ट करने की तैयारी कर रही है। जानते हैं ये क्या होता है।
क्या होता है ऑसिफिकेशन टेस्ट?
किसी भी शख्स की उम्र पता लगाने का ये सबसे लोकप्रिय तरीका है। इसे बोन टेस्ट या एपिफिसियल फ्यूजन टेस्ट भी कहा जाता है। इस टेस्ट में शरीर की कुछ खास हड्डियों का एक्सरे किया जाता है और उनकी बनावट, ताकत, घनत्व और अस्थि संचय से शख्स की उम्र का पता लगाया जाता है। आपराधिक और कानूनी मामलों में उम्र पता करने का ये सबसे मददगार तरीका माना जाता है।
कितना सटीक होता है ऑसिफिकेशन टेस्ट?
दरअसल, एक व्यक्ति के जन्म से लेकर करीब 25 साल की उम्र तक उसकी हड्डी और जोड़ों में व्यापक बदलाव होते हैं। इस दौरान हड्डियां कैल्सीफिकेशन या सख्त होने की प्रक्रिया से गुजरती हैं। जैसे-जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती जाती है, हड्डियों के निर्माण की दर भी धीमी हो जाती है। इसके चलते विशेषज्ञ खास हड्डियों में अस्थिभंग की डिग्री के आधार पर किसी व्यक्ति की उम्र का अनुमान लगा सकते हैं।
किन-किन हड्डियों का किया जाता है एक्सरे?
ऑसिफिकेसन टेस्ट के दौरान खासतौर से क्लेविकल, स्टर्नम और पेल्विक हड्डियों का एक्सरे किया जाता है। क्लेविकल दोनों कंधों के बीच की लंबी हड्डी होती है, जिसे कॉलरबोन भी कहा जाता है। स्टर्नम सीने के बीचोंबीच की हड्डी होती है। कुल्हे और जांघ की हड्डियों के समूह को पेल्विक कहा जाता है। ये सभी हड्डियां उम्र बढ़ने के साथ महत्वपूर्ण संरचनात्मक बदलावों से गुजरती हैं। यही वजह है कि इनके एक्सरे से उम्र का अंदाजा लगाया जा सकता है।
क्यों किया जा रहा है टेस्ट?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामले में पकड़े गए आरोपी धर्मराज कश्यप ने कोर्ट में पेशी के दौरान अपनी उम्र 17 साल बताई है। इसके बाद कोर्ट ने उसका आधार कार्ड मांगा, जिसमें उम्र 21 साल दर्ज है। आरोपी उम्र 17 साल बताकर खुद को नाबालिग साबित करने की कोशिश कर रहा है, ताकि उसके साथ व्यस्क जैसा व्यवहार न हो। इसलिए पुलिस सटीक उम्र पता लगाने के लिए ऑसिफिकेशन टेस्ट करेगी।