मणिपुर में फिर भड़की हिंसा; झड़प में 1 की मौत, 27 सुरक्षाकर्मी घायल- रिपोर्ट
क्या है खबर?
मणिपुर में 22 महीनों से जारी हिंसा के बाद शनिवार को सरकार ने सभी मार्गों पर सार्वजनिक यातायात बहाल किया, लेकिन पहले दिन फिर से हिंसक झड़पें शुरू हो गई।
इम्फाल से कांगपोकपी जिले के रास्ते सेनापति वाले मार्ग पर कुकी समुदाय के लोगों ने एक बस पर पथराव कर दिया।
इसके बाद हुई हिंसक झड़प में 1 व्यक्ति की मौत हो गई और 27 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। इसके बाद सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू कर दिया।
झड़प
कैसे हुई हिंसक झड़प?
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, कुकी समुदाय के लोग सार्वजनिक यातायात बहाल करने का विरोध कर रहे थे। इसको लेकर उन्होंने सड़कों पर बैरिकेडिंग लगाकर पत्थर बिछा दिए।
इस दौरान सुरक्षा बलों की निगरानी में एक बस इंफाल से सवारियां लेकर कांगपोकपी पहुंची तो प्रदर्शनकारियों ने उस पर पथराव कर दिया।
इसके बाद सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागकर लाठीचार्ज कर दिया। ऐसे में प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और दोनों पक्षों में जमकर टकराव शुरू हो गया।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें पथराव और आगजनी का वीडियो
Heartbreaking News 💔#ManipurViolence hasn't stopped yet
— Abhinav Siddharth (@AbhiSiddIYC) March 8, 2025
One person died in Kangpokpi
The curfew has been imposed there.
When will the BJP leaders open their mouth on this failure of law and order?#ManipurCrisis #Manipur pic.twitter.com/yUzc78j8Dx
परिणाम
प्रदर्शनकारियों ने वाहनों को आग लगाई
रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षा बलों से झड़प होने के बाद गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने बस सहित कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
इससे सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि प्रदर्शनकारियों के पथराव में 27 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इधर, कांगपोकपी में अधिकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 2 से लगे हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू कर दिया।
ऐलान
कुकी समूह ने की अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा
नवगठित समूह कुकी-जो काउंसिल (KAC) ने एक बयान में उन क्षेत्रों में अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है जहां कुकी-जो जनजातियां प्रमुख हैं।
KZC अध्यक्ष हेनलियानथांग थांगलेट ने कहा, "सरकार की स्वतंत्र आवाजाही पहल का तब तक कड़ा विरोध किया जाएगा, जब तक कि क्षेत्र में स्थायी शांति और कुकी-जो समुदाय के लिए कोई राजनीतिक समाधान नहीं निकल जाता। KZC मतई लोगों की स्वतंत्र आवाजाही की गारंटी नहीं दे सकता और किसी भी अप्रिय घटना की जिम्मेदारी नहीं ले सकता।।"
बहाली
सरकार ने आज ही खोले थे प्रमुख मार्ग
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 1 मार्च को राज्य में सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया था और सुरक्षा बलों के जरिए 8 मार्च से सभी प्रमुख मार्गों पर आवाजाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे।
इसके बाद प्रशासन ने आज से इम्फाल से कांगपोकपी होते हुए सेनापति, इम्फाल से बिष्णुपुर होते हुए चुराचांदपुर तक बस सेवाएं दोबारा शुरू कर दी।
इसी तरह मैतेई और कुकी बहुल क्षेत्रों के बीच भी लोगों का आवागमन शुरू कर दिया था।
इंतजाम
सुरक्षा बलों ने किए थे विशेष इंतजाम
लोगों को सुरक्षित यात्रा की सुविधा के लिए सुरक्षा बलों ने पुलिस सुरक्षा और गश्त की व्यवस्था भी की थी।
सुबह 9 बजे से सीमा सुरक्षा बल (BSF) की टुकड़ी ने मैतेई समुदाय के सदस्यों को इम्फाल हवाई अड्डे से कांगपोकपी के रास्ते सेनापति तक पहुंचाना शुरू कर दिया।
इसी तरह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की सुरक्षा टुकड़ी ने इम्फाल हवाई अड्डे और चुराचांदपुर के बीच लोगों का सुरक्षित आवागमन शुरू कराया।
चेतावनी
मुख्य सचिव ने जारी की थी चेतावनी
मणिपुर के मुख्य सचिव पीके सिंह ने कहा था कि राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए राज्य परिवहन की बसें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) के संरक्षण में चलेंगी ताकि लोगों की यात्रा सुरक्षित हो सके।
इसके अलावा, इम्फाल से चुराचांदपुर के बीच हेलीकॉप्टर सेवाएं 12 मार्च से शुरू होंगी।
उन्होंने चेतावनी दी थी कि सार्वजनिक आवागमन में बाधा डालने के किसी भी प्रयास के खिलाफ सख्त से सख्त पुलिस कार्रवाई की जाएगी।