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भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच देखकर बाहर निकले विजय माल्या को घेर लोगों ने लगाए 'चोर-चोर' के नारे

भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच देखकर बाहर निकले विजय माल्या को घेर लोगों ने लगाए 'चोर-चोर' के नारे

Jun 10, 2019
12:25 pm

क्या है खबर?

रविवार को लंदन के ओवल मैदान पर हुए भारत-ऑस्ट्रेलिया के मैच को देखने भारी मात्रा में भारतीय दर्शक पहुंचे। इन दर्शकों में भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या भी शामिल था। वह अपने बेटे सिद्धार्थ और मां के साथ मैच देखने पंहुचा था। माल्या जब मैच देखने के बाद मैदान से बाहर निकला तो कुछ दर्शकों ने उसे घेर लिया और 'चोर-चोर' और 'चोर है' के नारे लगाए। इस बीच कुछ लोगों ने माल्या की वहां से निकलने में मदद की।

कर्ज लेकर भागा

माल्या पर भारतीय बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज

माल्या पर भारत के अलग-अलग बैंकों का कुल 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। कर्जा चुकाने की बजाय वह देश छोड़ कर भाग गया, जिसके बाद उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया। वह मार्च 2016 से ब्रिटेन में रह रहा है और उसके प्रत्यर्पण पर कोर्ट में सुनवाई हो रही है। इस बीच उसे कई बार सार्वजनिक तौर पर देखा गया है। इसी कड़ी में वह रविवार को भारत-ऑस्ट्रेलिया का मैच देखने पहुंचा था।

घटना

लोगों ने देश से माफी मांगने को कहा

मैच के दौरान जब माल्या से उसके प्रत्यर्पण पर सवाल किया गया तो उसने उन्हें टाल दिया। समाचार एजेंसी ANI से उसने कहा कि वह वहां मैच देखने आया है और बताया कि जुलाई में होने वाली अगली सुनवाई की तैयारी हो रही है। जब माल्या मैच देखकर बाहर आया तो वहां मौजूद लोगों ने उसे घेर लिया और 'चोर-चोर' और 'चोर है' के नारे लगाए। इस बीच एक शख्स ने उससे देश से माफी मांगने को भी कहा।

जानकारी

माल्या के साथ थी उसकी मां

माल्या के साथ उनकी मां ललिता भी थीं। लोगों के नारों के बीच उसने कहा, "मैं सुनिश्चित कर रहा हूं कि मेरी मां को चोट न पहुंचे।" इसके बाद एक-दो लोग निकलने में उसकी मदद करते हैं और वहां से जाने को कहते हैं।

ट्विटर पोस्ट

देखें मैच देखकर बाहर निकले माल्या के साथ क्या हुआ

प्रत्यर्पण का मामला

प्रत्यर्पण को मंजूरी दे चुकी है ब्रिटेन सरकार

बता दें कि पिछले साल ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने माल्या के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी। इसके बाद 10 दिसंबर को वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने भी भारत में माल्या के खिलाफ दर्ज मामलों में दम पाया और उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी। वहीं, इस साल 8 अप्रैल को एक कोर्ट ने उसे भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील की इजाजत देने से इनकार कर दिया। अब उसने उच्च न्यायालय में अपील की है, जिस पर जुलाई में सुनवाई होनी है।