गुजरात: सांड से टकराकर क्षतिग्रस्त हुई वंदे भारत ट्रेन, एक महीने में तीसरा ऐसा हादसा
गुजरात के गांधीनगर के पास सांड से टकराने के बाद सेमी-हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। अक्टूबर में यह इस तरह की तीसरी घटना है। रेलवे ने बताया कि टक्कर के बाद ट्रेन का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है और करीब 15 मिनट ट्रेन को रोके रखा गया था। ट्रेन को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। टूटे हिस्से को ट्रेन के वापस मुंबई पहुंचने पर ठीक कर लिया जाएगा।
हादसे में सांड की मौत
भारतीय रेलवे ने बताया कि मुंबई से गांधीनगर जा रही वंदे भारत अतुल रेलवे स्टेशन के पास सांड से टकरा गई थी। सुबह करीब 8:15 बजे हुई इस टक्कर में सांड की मौत हो गई। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं और टक्कर के बाद करीब 15 मिनट तक ट्रेन को रोके रखा गया था। ट्रेन सुचारू रूप से चल रही है और क्षतिग्रस्त हिस्से को जल्द ठीक कर लिया जाएगा।
इस महीने का ऐसा तीसरा हादसा
6 अक्टूबर को गुजरात के वात्या रेलवे स्टेशन के पास पुनितनगर इलाके में भैंसों का एक झुंड वंदे भारत से टकरा गया था। इस हादसे में चार भैंसों की मौत हुई थी, जबकि ट्रेन के अगले हिस्से को नुकसान पहुंचा था। घटना के बाद ट्रेन को 20 मिनट के लिए रोकना पड़ा। मुंबई सेंट्रल स्टेशन पहुंचने पर इसे ठीक करके वापस गांधीनगर के लिए रवाना कर दिया गया। इस सबके बावजूद ट्रेन अपने निर्धारित समय पर गंतव्य स्थल पहुंची थी।
भैंसों के मालिक के खिलाफ दर्ज हुई FIR
गुजरात में जिस शख्स की भैंसों से टकरा कर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का अगला हिस्सा टूट गया था, उसके खिलाफ FIR दर्ज की गई है। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने रेलवे अधिनियम, 1989 की धारा 147 के तहत ये FIR दर्ज की है।
7 अक्टूबर को फिर ट्रेन से टकराया मवेशी
भैंसों से टकराने के अगले दिन ही गुजरात के खेड़ा जिले में कंजरी बोरियावी स्टेशन के पास दूसरी वंदे भारत ट्रेन एक गाय से टकरा गई थी। इस हादसे में गाय की मौत हो गई थी, लेकिन ट्रेन को नुकसान नहीं पहुंचा। अधिकारियों ने बताया कि गांवों में मवेशियों को रेलवे ट्रैक से दूर रखने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही भविष्य में हादसों को रोकने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं।
1 अक्टूबर से शुरू हुई मुंबई-गांधीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 सितंबर को मुंबई-गांधीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी और इसने 1 अक्टूबर से अपनी सेवाएं देना शुरू की थी। यह वंदे भारत सीरीज के तहत देश में चलने वाली कुल तीसरी ट्रेन है। यह पूरी तरह से स्वदेशी ट्रेन है और इसका चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में निर्माण किया गया है। इसके निर्माण में कुल 107 करोड़ रुपये की लागत आई है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन देश की पहली इंजन रहित ट्रेन है। इसमें बुलेट या मेट्रो ट्रेन जैसे एकीकृत इंजन हैं। इसमें 16 कोच होते हैं और ऑनबोर्ड वाई-फाई की सुविधा भी मिलती है। ट्रेन में GPS आधारित सूचना प्रणाली से आने वाले स्टेशनों की जानकारी दी जाती है। यह 180 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से दौड़ने में सक्षम है। इसमें जैव-वैक्यूम शौचालय बनाए गए हैं और सुरक्षा के लिए सभी कोचों में स्वचालित दरवाजें लगाए गए हैं।