उत्तराखंड: उत्तरकाशी में सुरंग के अंदर फंसे मजदूर की सुनी गई आवाज, बोले- बचा लो
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुए सुरंग हादसे में फंसे 40 मजदूरों में झारखंड का 22 वर्षीय महादेव भी शामिल है, जिसने गुरुवार को अपने मामा से वॉकी-टॉकी पर बातचीत की। इंडिया टुडे के मुताबिक, महादेव अपने मामा के साथ सुरंग में काम कर रहा था। हालांकि, हादसे में उसके मामा सुरक्षित बच गए। उनके मामा ने महादेव से उड़िया भाषा में कहा, "महादेव, आप परिवार और भाई बोनू को बताएं कि आप ठीक हैं।" इस पर महादेव ने जवाब दिया।
महादेव ने अपने परिवार को क्या जवाब दिया?
मामा की आवाज सुनकर महादेव ने कहा, "मैं महादेव हूं, मुझे बाहर निकालो। परिवार वालों को बोल देना का चिंता न करें।" अपने छोटे भाई बोनू की आवाज सुनकर उनको राहत मिली। बोनू ने बताया, "प्रशासन बचाव अभियान चला रहा है और हमसे चिंता न करने को कहा गया है। जल्द ही महादेव को बचा लिया जाएगा।" बता दें कि महादेव के परिवार को आवाज सुनने के बाद पता चला कि उनके घर का सदस्य सुरंग में फंसा है।
कैसे हुआ सुरंग हादसा?
12 नवंबर को सुबह लगभग 5:00 बजे उत्तरकाशी में भूस्खलन के कारण ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिल्क्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा अचानक ढह गया। इससे 40 मजदूर अंदर फंस गए, जिनमें झारखंड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, असम और हिमाचल के मजदूर शामिल हैं। फिलहाल सभी मजदूर सुरंग में सुरक्षित हैं। इनको बचाने के लिए 5 दिन से बचाव अभियान जारी है, जिसमें नार्वे और थाइलैंड के विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है।