
बरेली हिंसा मामले में मौलाना तौकीर रजा गिरफ्तार, 2,000 लोगों पर FIR
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश में 'आई लव मोहम्मद' के पोस्टरों को लेकर माहौल गरमाता जा रहा है। कानपुर से शुरू हुआ ये विवाद बरेली समेत कई इलाकों में पहुंच गया है। बरेली में बीते दिन हुए हंगामे के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इसमें कई लोग घायल हुए हैं। आज 39 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मामलों में मौलाना तौकीर रजा को हिरासत में लेने के बाद गिरफ्तार कर लिया है।
बरेली
बरेसी हिंसा पर 7 FIR, 39 गिरफ्तार
बरेली में हुए प्रदर्शन के मामले में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को पुलिस ने लंबी हिरासत के बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने अब तक 2,000 अज्ञात और कुछ नामजद लोगों के खिलाफ 7 FIR दर्ज की हैं। वहीं, 39 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बीते दिन जहां हिंसा हुई थी, वहां आज भारी पुलिस बल तैनात है। हालांकि, यहां सन्नाटा पसरा हुआ है और दुकानें बंद हैं।
शहर
बाराबंकी, बदायूं समेत कई शहरों में हंगामा
बाराबंकी में कल रात आई लव मोहम्मद के पोस्टर फाड़ने पर हंगामा हो गया है। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस ने पहुंचकर हालात संभाले। वाराणसी में बिना अनुमति जुलूस निकालने पर 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा बदायूं, झांसी, कानपुर और अलीगढ़ में भी पोस्टर देखे गए हैं। वहीं, लखनऊ की सड़कों पर आई लव मोहम्मद के जवाब में 'आई लव श्री योगी आदित्यनाथ जी' और 'आई लव बुलडोजर।' लिखे पोस्टर लगवाए गए हैं।
बयान
मुख्यमंत्री बोले- 2017 के बाद हमने कर्फ्यू भी नहीं लगने दिया
विवाद पर मुख्यमंत्री ने कहा, "मौलाना भूल गए कि सत्ता में कौन है; उन्होंने सोचा कि वह हमें धमका सकते हैं और शहर को ठप कर सकते हैं। लेकिन हमने स्पष्ट कर दिया है - कोई नाकाबंदी नहीं होगी, कोई कर्फ्यू नहीं होगा। फिर भी हम ऐसा सबक सिखाएंगे कि उनकी आने वाली पीढ़ियां भूल जाएँगी कि दंगों का क्या मतलब होता है।" उन्होंने कहा कि 2017 के बाद सरकार ने उत्तर प्रदेश में कर्फ्यू भी नहीं लगने दिया।
मौलाना का बयान
तौकीर रजा ने कहा- गलत आरोप लगाए जा रहे
हिंसा के बाद मौलाना तौकीर रजा ने कहा, "यह पूरा मामला एकतरफा है। मुसलमानों पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं। हम लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते रहे, लेकिन हमें झूठे बयानों से बदनाम किया गया। मेरे नाम से फर्जी लेटरपैड पर बयान जारी कर जनता को गुमराह किया गया। मुसलमानों को बदनाम करने की योजना के तहत यह सब किया जा रहा है। पुलिस-प्रशासन ने माहौल खराब किया है। मुसलमानों ने कोई पत्थरबाजी नहीं की।"
विवाद
विवाद क्या है 'आई लव मुहम्मद' से जुड़ा विवाद?
कानपुर में 4 सितंबर को ईद मिलाद-उन-नबी पर रावतपुर के सैय्यद नगर इलाके में मुस्लिम समुदाय ने 'आई लव मुहम्मद' का बैनर लगाया था। दूसरे पक्ष ने इसे नई परंपरा बताते हुए विरोध किया और पोस्टर-बैनर फाड़ दिए। इसको लेकर अगले दिन जुलूस निकाला गया, जिस पर पुलिस ने FIR दर्ज की। इसके बाद असदुद्दीन ओवैसी ने 15 सितंबर को सोशल मीडिया पर मामले को तूल दिया, जिसके बाद महाराष्ट्र, उत्तराखंड, तेलंगाना, बिहार, गुजरात में विरोध-प्रदर्शन होने लगा।