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बब्बर खालसा का आंतकवादी पिंडी UAE से भारत लाया गया, कई हमलों में रहा है शामिल
पंजाब पुलिस ने बब्बर खालसा के आतंकवादी पिंडी को भारत प्रत्यर्पित किया है

बब्बर खालसा का आंतकवादी पिंडी UAE से भारत लाया गया, कई हमलों में रहा है शामिल

लेखन आबिद खान
Sep 27, 2025
12:25 pm

क्या है खबर?

आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों की मदद से बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के आतंकी परमिंदर सिंह उर्फ ​​पिंडी को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से भारत लाने में कामयाबी मिली है। पिंडी विदेश में बैठे आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और हैप्पी पासिया का करीबी है और पंजाब में कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहा है।

कार्रवाई

कैसे पकड़ा गया पिंडी?

पंजाब पुलिस के अनुरोध पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पिंडी के खिलाफ इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया था। इसके बाद UAE की एजेंसियों ने पिंडी को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद एक वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में पंजाब पुलिस की 4 सदस्यीय टीम 24 सितंबर को UAE गई थी। वहां UAE सरकार और भारतीय विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय कर सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी कीं और आरोपी को भारत लेकर लौट आई।

परिचय

कौन है पिंडी?

पिंडी का जन्म पंजाब के तरन तारन में हुआ था। वह कई सालों से विदेश में रहते हुए भारत में आतंकवादी मॉड्यूल्स को संचालित कर रहा था। पिंडी को बब्बर खालसा के वरिष्ठ कमांडरों में गिना जाता है, जो हथियारों की तस्करी, फंडिंग और युवाओं के बीच कट्टरपंथ बढ़ाने में शामिल रहा है। वो हरविंदर सिंह रिंदा और हैप्पी पासिया का भी करीबी है। ये दोनों विदेशों से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए जाने जाते हैं।

घटनाएं

किन-किन घटनाओं में शामिल रहा है पिंडी?

पिंडी का नाम पहली बार 2005 में सामने आया था। तब पंजाब पुलिस ने BKI के मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था, जिसमें वह मुख्य साजिशकर्ता था। रिपोर्ट के मुताबिक, पिंडी ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान से हथियार और विस्फोटक भारत भेजने का भी काम किया। 2018 में पुलिस ने उसके नेटवर्क से जुड़ा 10 किलोग्राम RDX जब्त किया था। पिंडी का आतंक गुरदासपुर और बटाला में फैला हुआ था। वो पेट्रोल बम हमले और रंगदारी जैसी कई वारदातों में शामिल रहा।

बयान

पंजाब के DGP ने केंद्रीय एजेंसियों को दिया धन्यवाद

पंजाब के पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने कहा, "यह प्रत्यर्पण आतंकवाद और संगठित अपराध के प्रति पंजाब पुलिस की शून्य-सहिष्णुता नीति, उन्नत जांच क्षमताओं और वैश्विक पहुंच को दर्शाता है। न्याय बनाए रखने और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के इस संयुक्त प्रयास में सहयोग के लिए हम केंद्रीय एजेंसियों, विदेश मंत्रालय और UAE सरकार के आभारी हैं।" DGP ने कहा कि पंजाब पुलिस के प्रयासों और केंद्रीय एजेंसियों के घनिष्ठ सहयोग से यह प्रत्यर्पण संभव हो पाया है।