दिल्ली दंगों के मामले में छात्र नेता उमर खालिद गिरफ्तार
फरवरी में दिल्ली में हुए दंगों के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के पूर्व छात्र उमर खालिद को गिरफ्तार कर लिया है। खालिद को दंगों में उनकी कथित भूमिका के लिए साजिशकर्ता के तौर पर गिरफ्तार किया गया है। रविवार को लगभग 11 घंटे पूछताछ के बाद स्पेशल सेल की टीम ने खालिद को गिरफ्तार किया और उन्हें आज कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा।
उत्तर-पूर्व दिल्ली में तीन दिन चले थे दंगे
उत्तर-पूर्व दिल्ली के कई इलाकों में इस साल 24 से 26 फरवरी के बीच लगातार तीन दिन दंगे हुए थे। इनमें 53 लोगों की मौत हुई थी जबकि लगभग 500 घायल हुए थे। मरने वालों में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतनलाल भी शामिल थे। इस दौरान संपत्ति का भी भारी नुकसान हुआ था और दंगाइयों ने घरों, दुकानों और वाहनों समेत जो भी आगे आया, उसमें आग लगा दी। एक पेट्रोल पंप को भी आग लगाई गई थी।
उमर खालिद पर लगाया गया है UAPA
मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कुछ समय पहले ही उमर खालिद पर दंगों से संबंधित एक मामले में बेहद कठोर गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया था। उन पर लगे आरोपों में दो अलग-अलग जगहों पर भड़काऊ भाषण देकर लोगों को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे के दौरान सड़कों पर उतरने के लिए उकसाना भी शामिल है। पिछले महीने भी उनसे मामले में पूछताछ की गई थी।
उमर खालिद के समूह ने की गिरफ्तारी की आलोचना
एक्टिविस्टों के एक समूह 'यूनाइटेड अगेंस्ट हेट' ने बयान जारी कर पुलिस की इस कार्रवाई की तीखी आलोचना की है। अपने बयान में समूह ने कहा है, "11 घंटे पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उमर खालिद को दिल्ली दंगों के मामलों में बतौर साजिशकर्ता गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस जो परीकथा बुन रही है और दंगों की जांच के नाम पर प्रदर्शनों का अपराधीकरण कर रही है, उसे एक और शिकार मिल गया है।"
दिल्ली पुलिस पर लग रहा है CAA विरोधियों को फंसाने का आरोप
बता दें कि उमर खालिद की गिरफ्तारी ऐसे समय पर हुई है जब दिल्ली पुलिस पर जांच में पक्षपात कर नागरिकता कानून (CAA) के विरोधियों पर दंगों की साजिश करने का दोष मढ़ने का आरोप लग रहा है। हाल ही में एक आरोपी के बयान में CPI(M) प्रमुख सीताराम येचुरी और स्वराज अभियान के प्रमुख योगेंद्र यादव का नाम आने पर भी बड़ा राजनीतिक विवाद हुआ था। दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अपूर्वानंद का भी नाम इसमें शामिल था।
इन छात्रों पर भी लगाया गया है UAPA
खालिद के अलावा JNU की छात्राओं देवंगना कलीता और नताशा नरवाल और जामिया यूनिवर्सिटी की छात्रा गुलफिशा फातिमा को भी जाफराबाद में हिंसा से संबंधित एक मामले में आरोपी बनाया गया है। इन तीनों पर भी UAPA लगाया गया है।