उदयपुर हत्याकांड: आरोपियों के आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से संंबंध होने की आशंका
क्या है खबर?
राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी की नृशंस हत्या करके वीडियो बनाने वाले दोनों आरोपियों के संबंध में एक नई सूचना सामने आई है।
पुलिस ने उनके आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) से संबंध होने की आशंका व्यक्त की है। पुलिस ने आधिकारिक तौर पर अभी ये दावा नहीं किया है, लेकिन उसके सूत्रों ने ये बात कही है।
सूत्रों के अनुसार, दोनों आरोपी 30 मार्च को जयपुर में सिलसिलेवार बम धमाके करने की साजिश में भी शामिल थे।
रिपोर्ट
पाकिस्तानी संगठन के जरिए IS से जुड़े थे दोनों आरोपी- सूत्र
पुलिस के सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि उदयपुर हत्याकांड के दोनों आरोपी पाकिस्तानी संगठन दावत-ए-इस्लामी के जरिए अल-सूफा नामक संगठन से जुड़े हुए थे जो IS का स्लीपर सेल है।
उन्होंने बताया कि एक आरोपी मोहम्मद रियाज "अट्टारी" उदयपुर में अल-सूफा का प्रमुख था। उसके IS के आतंकी मुजीब से भी संबंध थे जिसे हाल ही में गिरफ्तार किया गया था।
आरोप है कि 30 मार्च को जयपुर में बम धमाके करने की साजिश भी रची गई थी।
साजिश
उदयपुर और इसके आसपास पांच साल से काम कर रहा था रियाज
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि रियाज उदयपुर और इसके आसपास के इलाकों में पिछले पांच साल से काम कर रहा था और अपने दूसरे साथी मोहम्मद गौस के साथ नफरती अभियान चला रहा था।
पुलिस ने कहा कि दोनों आरोपी पाकिस्तान के आठ मोबाइल नंबरों के संपर्क में थे। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वे उदयपुर के एक कारोबारी की भी हत्या करने वाले थे।
उनसे पूछताछ के आधार पर पांच अन्य को हिरासत में लिया गया है।
पाकिस्तानी कनेक्शन
शुरूआती जांच में सामने आया था आरोपियों का पाकिस्तानी कनेक्शन
इससे पहले शुरूआती जांच में दोनों हमलावरों के कराची स्थित सुन्नी इस्लामिक संगठन दावत-ए-इस्लामी से लिंक होने की बात सामने आई थी। दावत-ए-इस्लामी पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से संबंधित हैं।
आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि वे सुन्नी इस्लाम के सूफी-बरेलवी संप्रदाय से जुड़े हैं जिसके दावत-ए-इस्लामी के साथ करीबी संबंध हैं। यह संगठन पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून का समर्थन करता है।
इसी कनेक्शन को देखते हुए मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपी गई है।
पृष्ठभूमि
क्या है उदयपुर हत्याकांड?
उदयुपर में मंगलवार को मोहम्मद रियाज अंसारी और गौस मोहम्मद नामक दो हमलावरों ने कन्हैयालाल तेली नामक दर्जी की गर्दन काटकर हत्या कर दी गई थी।
हमलावर कपड़े सिलवाने के बहाने उसकी दुकान पर आए थे और यहीं वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने दिल दहला देने वाली इस घटना का वीडियो भी बनाया।
दोनों हमलावर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी करने वाली पूर्व भाजपा नेता नुपुर शर्मा का समर्थन करने के कारण दर्जी से नाराज थे।
अपील
मुख्यमंत्री गहलोत की शांति बनाए रखने की अपील
इस हत्या के बाद से ही राजस्थान, विशेषकर उदयपुर, में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार सभी से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं।
आज ऐसी ही अपील जारी करते हुए उन्होंने कहा, "मैं प्रदेशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि अपराधी चाहें कितना भी बड़ा हो, किसी भी धर्म या संप्रदाय का हो, उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।"
उन्होंने धर्मगुरूओं से भी शांति की अपील जारी करने का आग्रह किया।