जम्मू-कश्मीर: शोपियां में दो प्रवासी मजदूरों की ग्रेनेड फेंककर हत्या, संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार
सोमवार रात जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में एक संदिग्ध आतंकी ने ग्रेनेड फेंककर दो प्रवासी मजदूरों की हत्या कर दी। मृतकों की पहचान उत्तर प्रदेश के कन्नौज के रहने वाले मोनिष कुमार और रामसागर के तौर पर हुई है। पुलिस ने बताया कि इस हमले को अंजाम देने वाले हाइब्रिड आतंकी की गिरफ्तारी हो चुकी है और इस सिलसिले में छापेमारी और जांच जारी है। आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
सोमवार रात को किया गया था ग्रेनेड से हमला
पुलिस ने बताया कि ये दोनों मजदूर शोपियां के हरमैन गांव में किराए के मकान में रहते थे। सोमवार रात को संदिग्ध आतंकी ने इनके मकान पर ग्रेनेड फेंका, जिससे दोनों मजदूर बुरी तरह घायल हो गए। गंभीर अवस्था में इन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां दोनों ने दम तोड़ दिया। इसके कुछ ही देर बाद पुलिस ने ट्वीट किया कि हमले को अंजाम देने वाले लश्कर-ए-तैयबा के हाइब्रिड आतंकी इमरान बशीर गनी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
हाइब्रिड आतंकी कौन होते हैं?
हाइब्रिड आतंकी उन गैर-सूचीबद्ध कट्टरपंथी लोगों को कहा जाता है, जो आतंकी हमलों को अंजाम देने के बाद फिर से समाज के बीच जाकर रहने लगते हैं और इनका पता लगाना मुश्किल हो जाता है।
शोपियां में तीन दिनों में दूसरा ऐसा हमला
शोपियां में तीन दिनों के भीतर अल्पसंख्यक समुदाय पर यह ऐसा दूसरा हमला है। शनिवार को आतंकियों ने 48 वर्षीय कश्मीरी पंडित पूरण कृष्ण भट की गोली मारकर हत्या की थी। आतंकियों ने पूरन पर तब गोलियां चलाईं, जब वो सेब के बगीचे की तरफ जा रहे थे। घायल स्थिति में पूरन को पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई। जम्मू-कश्मीर की सभी राजनीतिक पार्टियों ने इस हत्या की निंदा की थी।
एक साल में बढ़ी हैं लक्षित हत्याएं
जम्मू-कश्मीर में पिछले एक साल में लक्षित हत्याओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है। पिछले साल अक्टूबर में आतंकियों ने कश्मीरी पंडितों और प्रवासी मजदूरों को निशाना बनाते हुए कई हमले किए थे। इसके बाद इस साल मई में भी एक बार फिर ऐसी घटनाओं में इजाफा देखा गया। इसके बाद गृह मंत्रालय ने उपराज्यपाल और पुलिस प्रमुख समेत वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के आदेश दिए थे।
इसी महीने हुई जेल प्रमुख की हत्या
इसी महीने की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर पुलिस के जेल विभाग प्रमुख हेमंत लोहिया की उदयवाला स्थित उनके दोस्त के घर पर हत्या कर दी गई थी। उनका गला कटा हुआ था और शरीर पर जलने के निशान भी थे। अपने घर की मरम्मत चलने के कारण वह परिवार के साथ अपने दोस्त के घर पर रुके हुए थे। पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की भारतीय शाखा पीपल्स एंटी-फासिस्ट फोर्स (PAFF) ने लोहिया की हत्या की जिम्मेदारी ली है।