पश्चिम बंगाल: भाजपा और TMC की भिड़ंत में 3 कार्यकर्ताओं की मौत, शाह ने मांगी रिपोर्ट
पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव से शुरू हुई राजनीतिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को उत्तर 24 परगना जिले में भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच हुई हिंसा में भाजपा के दो और TMC के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई। हिंसा पर पश्चिम बंगाल भाजपा ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह को सूचित किया है, जिस पर उन्होंने पार्टी नेताओं से रिपोर्ट मांगी है।
झंडों को लेकर भिड़े दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता
घटना कोलकाता से 70 किलोमीटर दूर संदेशखली विधानसभा क्षेत्र के नैजाट थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले हाटगचा की है। शनिवार को सार्वजनिक स्थानों से पार्टी के झंडों को उतारे जाने को लेकर भाजपा और TMC के कार्यकर्ताओं एक-दूसरे से भिड़ गए। हिंसा में TMC के 26 वर्षीय कार्यकर्ता कायूम मोल्लाह की चाकू मारकर हत्या कर दी गई, जबकि भाजपा के 2 कार्यकर्ताओं, प्रदीप मंडल और सुकांता मंडल, की भी हत्या कर दी गई।
भाजपा का 5 और TMC का 3 कार्यकर्ता मरने का दावा
पुलिस ने अभी तक घटना में तीन कार्यकर्ताओं के मारे जाने की ही पुष्टि की है। हालांकि भाजपा ने घटना में अपने 5 कार्यकर्ताओं के मरने का दावा किया है, वहीं TMC का कहना है कि उसके 3 कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है।
घटना के कारणों को लेकर विपरीत दावे
घटना के कारण को लेकर भी दोनों पार्टियों का अलग-अलग दावा है। भाजपा ने दावा किया है कि संदेशखली इलाके में TMC कार्यकर्ताओं के भाजपा के झंडे उतारने के बाद झगड़ा शुरू हुआ। वहीं, TMC ने भाजपा पर अपने झंडे फाड़ने और उसकी बूथ स्तरीय बैठक पर हमला करने का आरोप लगाया है। दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर पहले फायरिंग करने का आरोप भी लगा रही हैं। इलाके में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती कर दी गई है।
मुकुल रॉय ने किया शाह को सूचित
भाजपा नेता मुकुल रॉय ने हिंसा का सीधा आरोप राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लगाया है। उन्होंने शनिवार रात को गृह मंत्री अमित शाह को भी घटना के बारे में सूचित किया। उन्होंने बताया, "भाजपा सांसदों की एक टीम रविवार को इलाके का दौरान करेगी और शाह को रिपोर्ट देगी।" वहीं, केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट करते हुए कि पश्चिम बंगाल के लोग जल्द ही TMC के अत्याचारों का अंत करेंगे।
इस कारण नहीं थम रही हिंसा
लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पश्चिम बंगाल की 42 में से 18 सीटों पर कब्जा किया था, जबकि TMC के हाथ 22 सीटें आईं थीं। अपने इस शानदार प्रदर्शन से उत्साहित भाजपा की नजरें 2021 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव पर हैं। हाल ही में TMC के 2 सांसद और 50 से अधिक पार्षद भी भाजपा में शामिल हुए थे। वहीं, ममता अपनी गद्दी बचाना चाहती हैं। यही कारण है कि दोनों पार्टियों में हिंसक टकराव हो रहा है।