तिरुपति लड्डू विवाद: जगन रेड्डी ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र, नायडू के खिलाफ की ये मांग
आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में लड्डू में जानवरों की चर्बी पाए जाने का मामले थमता नहीं दिखाई दे रहा है। इस विवाद पर अब सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। इसमें लड्डुओं में जानवरों की चर्बी के कथित उपयोग की विशेष जांच दल (SIT) से जांच कराने की मांग की गई है। दूसरी ओर, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।
जनहित याचिका में क्या मांग की गई है?
ये याचिका हिंदू सेना के अध्यक्ष और किसान सुरजीत सिंह यादव ने दायर की है। इसमें कहा गया है कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में श्रद्धालुओं को घी के बजाय पशु चर्बी से तैयार लड्डू प्रसादम परोसकर हिंदू धर्म का उपहास किया है और हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। याचिका में कहा गया है कि इस आरोप ने हिंदू समुदाय की अंतरात्मा को झकझोर दिया है।
जगन रेड्डी ने नायडू पर लगाया झूठ फैलाने का आरोप
जगन रेड्डी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर वर्तमान मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर लड्डू में मिलावटी घी के इस्तेमाल के बारे में झूठे बातें फैलाने का आरोप लगाया और नायडू पर कार्रवाई की मांग की। पत्र में रेड्डी ने लिखा, "नायडू के लापरवाह और राजनीति से प्रेरित बयानों से श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुई हैं और TTD की पवित्रता धूमिल हुई है। प्रधानमंत्री सच्चाई को सामने लाएं तथा श्रद्धालुओं का विश्वास और आस्था बहाल करें।"
नायडू बोले- मंदिरों में सफाई अभियान चलाया जाएगा
नायडू ने ऐलान किया है कि लड्डुओं को लेकर उठे विवाद के बाद जल्द ही राज्य के सभी मंदिरों में सफाई अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया और धार्मिक नेताओं से परामर्श के बाद कार्रवाई करने की बात कही। नायडू ने कहा कि तिरुमाला मुद्दे से संबंधित आवश्यक कदम और उनके कार्यान्वयन के बारे में चर्चा चल रही है।
11 दिन का उपवास रखेंगे पवन कल्याण
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने मामला सामने आने के बाद 11 दिनों का उपवास रखने का ऐलान किया है। वे गुंटूर के नंबूर में श्री दशावतार वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में 22 सितंबर से 11 दिवसीय 'प्रायश्चित्त दीक्षा' लेंगे। उन्होंने लिखा, 'हमारी संस्कृति, आस्था, विश्वास और श्रद्धा की धर्मधुरी, श्री तिरुपति बालाजी धाम के प्रसाद में जो अपवित्रता का संचार करने की कोशिश की गई, उससे मैं व्यक्तिगत स्तर पर अंदर से अत्यंत छला गया महसूस कर रहा हूं।'
क्या है लड्डू को विवाद?
तिरुपति मंदिर में प्रसाद के रूप में बांटे जाने वाले लड्डुओं में कथित रूप से जानवरों की चर्बी, बीफ टैलो, सूअर की चर्बी और मछली के तेल मिलने की बात सामने आई है। गुजरात की एक प्रयोगशाला ने इसकी पुष्टि की है। मुख्यमंत्री नायडू ने इसके लिए पिछली YSR कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। मामले पर खूब बयानबाजी हो रही है और केंद्र सरकार ने भी लड्डू में मिलावट पर राज्य सरकार से जवाब मांगा है।