पुंछ मुठभेड़: रविवार को सुरक्षाबलों के तीन जवान घायल, अभियान को आज 14वां दिन
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में चल रहे आतंकरोधी अभियान में पुलिस और सेना के तीन जवान घायल हो गए हैं।
आतंकी ठिकानों की पहचान के लिए जेल से लाए गए एक आतंकवादी को भी चोट आई है। अधिकारियों ने बताया कि भारी गोलीबारी के चलते उसे मौके से नहीं निकाला जा सका है।
गौरतलब है कि पुंछ और राजौरी जिले के जंगलों में बीते दो सप्ताह से सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ चल रही है।
जानकारी
घायल जवानों को अस्पताल पहुंचाया गया
अधिकारियों ने जानकारी दी कि लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े पाकिस्तानी आतंकवादी जिया मुस्तफा को आतंकी ठिकाने की पहचान के लिए जेल से भाटा दुरियन ले जाया गया था। तलाशी के दौरान जब टीम ठिकाने के पास पहुंची, तो आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें 2 पुलिसकर्मी और सेना का एक जवान घायल हो गया। मुस्तफा को भी चोटें आईं हैं और उसे निकालने का प्रयास किया जाएगा।
वहीं, घायल जवानों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल पहुंचा दिया गया है।
आतंकवादी
जम्मू की जेल में बंद था जिया
जिया मुस्तफा कई सालों से जम्मू के कोट बलवाल जेल में बंद था और पुलिस ने शुक्रवार को उसे 10 दिन की रिमांड पर लिया है।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का रहने वाला जिया 15 साल पहले घुसपैठ कर कश्मीर में घुसा था। ऐसी रिपोर्ट्स थीं कि वह जेल से आतंकियों के संपर्क में है।
शुक्रवार को रिमांड में लेने के बाद पुलिस उसे घुसपैठ के रास्तों का पता लगाने के लिए भाटा दुरियन ले गई थी।
आतंकरोधी अभियान
14 दिनों से जारी है अभियान
रविवार को सुरक्षाबलों का यह आतंकरोधी अभियान 14वें दिन में प्रवेश कर गया है। रविवार को आतंकवादियों ने जंगल में पुलिस और सेना की संयुक्त टीम पर गोलीबारी शुरू की थी, जिसका सुरक्षाबल मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।
पुंछ में यह पिछले 13 सालों का सबसे बड़ा अभियान है और अभी तक इसमें नौ सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं। छिपे आतंकवादियों का पता लगाने के लिए ड्रोन इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
जानकारी
ऐहतियात के तौर पर यातायात किया गया बंद
आतंकरोधी अभियान के मद्देनजर जम्मू-राजौरी राजमार्ग पर मेंढर और थानमंडी के बीच यातायात बंद है। लोगों को पुंछ जिले के वन क्षेत्र की ओर जाने से बचने को कहा गया है। अभियान की जगह से नियंत्रण रेखा महज चार किलोमीटर दूर है।
आशंका
पुंछ मुठभेड़ के पीछे पाकिस्तानी कमांडोज का हाथ होने की आशंका
सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पुंछ के जंगलों में घुसे आतंकियों के पीछे पाकिस्तानी कमांडोज का हाथ होने की आशंका व्यक्त की है। उनका कहना है कि जितने भीषण तरीके से ये आतंकी लड़ रहे हैं, उससे लगता है कि इन्हें पाकिस्तानी कमांडोज ने प्रशिक्षण दिया है।
एजेंसियों ने इन आतंकियों में पाकिस्तान के कमांडो होने की आशंका भी जाहिर की है, हालांकि इसकी पुष्टि उन्हें ढेर किए जाने के बाद ही हो सकेगी।
मौजूदा स्थिति
कश्मीर में बढ़ी हैं आतंकी गतिविधियां
बता दें कि कश्मीर में पिछले कुछ समय में आतंकी गतिविधियां बढ़ी हैं। इसका एक बड़ा कारण अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा है।
इस कब्जे ने आतंकियों में एक नया जोश भरने का काम किया है, वहीं अफगानिस्तान में जीत के बाद पाकिस्तान अब उनका रुख कश्मीर की तरफ करने की कोशिश कर रहा है।
पाकिस्तान ड्रोन के जरिए कश्मीर में आतंकियों को हथियार भी प्रदान कर रहा है।