देश में तीसरी लहर की शुरुआत, मेट्रो शहरों में 75 प्रतिशत मामले ओमिक्रॉन के- वैक्सीनेशन प्रमुख
केंद्र सरकार की वैक्सीनेशन टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ एनके अरोड़ा ने कहा है कि देश में कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर शुरू हो गई है। ओमिक्रॉन वेरिएंट को इस लहर का मुख्य कारण बताते हुए कहा कि दिल्ली और मुंबई जैसे मेट्रो शहरों में सामने आ रहे 75 प्रतिशत नए मामले ओमिक्रॉन के हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर हर हफ्ते ओमिक्रॉन मामलों की कुल मामलों में भागेदारी बढ़ती जा रही है।
तीसरी लहर का सामना कर रहा है भारत- डॉ अरोड़ा
समाचार चैनल NDTV के साथ खास बातचीत में डॉ अरोड़ा ने कहा, "भारत स्पष्ट तौर पर कोविड-19 की तीसरी लहर में है। ये पूरी लहर एक नए वेरिएंट की वजह से आई है और ये वेरिएंट ओमिक्रॉन है।" उन्होंने कहा कि पिछले चार-पांच दिन में दैनिक मामलों में बेहद तेज वृद्धि उनके इस अनुमान को सही साबित करती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर ओमिक्रॉन के मामलों का अनुपात बढ़ रहा है।
"सीक्वेंसिंग में मेट्रो शहरों में 75 प्रतिशत मामले ओमिक्रॉन के"
डॉ अरोड़ा ने आगे कहा, "आप जिनोम सीक्वेंसिंग को देखिए। हमें दिसंबर के पहले हफ्ते में ओमिक्रॉन का पहला मामला मिला था। पिछले से पिछले हफ्ते 12 प्रतिशत मामले ओमिक्रॉन के रहे और पिछले हफ्ते ये आंकड़ा बढ़कर 28 प्रतिशत हो गया। देश में दैनिक मामलों में इनका अनुपात तेजी से बढ़ रहा है... दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे मेट्रो शहरों, खासकर दिल्ली में जिनोम सीक्वेंसिंग में 75 प्रतिशत मामले ओमिक्रॉन के मिल रहे हैं।"
डॉ अरोड़ा ने कोवैक्सिन को बताया बच्चों के लिए सुरक्षित
वैक्सीनेशन अभियान पर करीबी नजर रख रहे डॉ अरोड़ा ने अपने इंटरव्यू में 15 से 18 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन पर भी बात की। कोवैक्सिन की शेल्फ-लाइफ में विस्तार के कारण इनके बच्चों के लिए सुरक्षित न होने की आशंकाओं पर उन्होंने कहा, "ये पूरी तरह से सुरक्षित है। जानवरों पर स्टडीज के जरिए वैक्सीनों की शेल्फ-लाइफ की समीक्षा की गई है और ये साफ तौर पर दिखाती हैं कि वैक्सीन 12 महीने तक प्रभावी बनी रहती हैं।"
देश में तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले
बता दें कि भारत में पिछले कुछ दिनों से ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण संक्रमण रफ्तार पकड़ रहा है और दैनिक मामलों में तेज इजाफा देखने को मिल रहा है। दिसंबर के आखिरी सप्ताह की शुरुआत में देश में 6,000 से 8,000 मामले दर्ज हो रहे थे, लेकिन आज 37,379 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। देश में ट्रांसमिशन रेट एक से ज्यादा हो गया है, जबकि दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में यह दो से पार हो गया है।