कोरोना महामारी को रोकने के लिए केरल सरकार का फार्मूला हो चुका विफल- केंद्रीय मंत्री
क्या है खबर?
कोरोना महामारी की दूसरी लहर के प्रकोप के कम होने के बाद जहां देश के अन्य राज्यों में मामलों में कमी आ रही है, वहीं केरल में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। वर्तमान में यहां हजारों की संख्या में नए मामले मिल रहे हैं।
इसी बीच केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बढ़ते मामलों के लिए केरल सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि महामारी को रोकने के लिए केरल सरकार का फार्मूला विफल हो चुका है।
मौजूदा स्थिति
केरल में तीन दिन से सामने आ रहे हैं 22,000 से अधिक मामले
गौरतलब है कि पूरे देश में कोरोना के मामले कम होने के बावजूद केरल में मामले ज्यादा कम नहीं हुए और बीते तीन दिन से तो यहां रोजाना 22,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं।
अभी देश में सामने आ रहे दैनिक मामलों में से 50 प्रतिशत से अधिक मामले केरल में सामने आ रहे हैं।
वहीं राष्ट्रीय सक्रिय मामलों में केरल की हिस्सेदारी भी बढ़कर 37.1 प्रतिशत हो गई है।
जिलों की स्थिति
कोट्टायम जिले में संक्रमण के मामलों में हुई 64 प्रतिशत की वृद्धि
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, केरल के कोट्टायम जिले में 28 जून के बाद से संक्रमण के मामलों में 64 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
इसी तरह इस अवधि में मलप्पुरम में संक्रमण के प्रतिदिन सामने आने वाले नए मामलों में 59 प्रतिशत, एर्नाकुलम में 46.5 प्रतिशत और त्रिशूर में 45.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
चौंकाने वाली बात यह है कि सरकार की ओर से इन जिलों में सख्ती बरतने के बाद भी स्थिति नियंत्रण में नहीं है।
कदम
केरल सरकार ने की सप्ताहांत लॉकडाउन की घोषणा
राज्य में बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने सप्ताहांत पर संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की है।
इसी तरह केंद्र सरकार ने एक छह सदस्यीय टीम केरल भेजने का फैसला लिया है। इस टीम में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) के छह सदस्य शामिल होंगे और इसका नेतृत्व NCDC के निदेशक डॉ एसके सिंह करेंगे।
यह टीम केरल जाकर हालात का जायजा लेगी और राज्य सरकार के साथ मिलकर मामलों को काबू में करने की रणनीति बनाएगी।
आरोप
केरल सरकार ने नहीं किया WHO और ICMR के दिशानिर्देशों का पालन- मुरलीधरन
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, मंत्री मुरलीधरन ने कहा कि महामारी को रोकने के लिए केरल सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा जारी स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करने की जगह अपने खुद के सिद्धांत और फार्मूला का पालन किया है।
उन्होंने की अब साबित हो चुका है कि राज्य सरकार का फार्मूला पूरी तरह से विफल हो गया है। ऐसे में उन्हें वैज्ञानिक सिद्धांतों और फार्मूले का पालन करना चाहिए।
निशाना
मुरलीधरन ने प्रतिबंधों में ढील देने को लेकर भी साधा निशाना
मंत्री मुरलीधरन ने केरल सरकार पर प्रतिबंधों में ढील देने को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महामारी में जब अन्य राज्य धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों को निरस्त कर रहे थे, वहीं केरल सरकार ने ईद-उल-जुहा पर कई तहर की ढील दी थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि केरल सरकार ने मामलो की गिरावट की जगह राजनीतिक और वोट बैंक के आधार पर प्रतिबंधों में ढील दी थी। इसके कारण ही राज्य में हालत बिगड़ रहे हैं।