पाकिस्तान की तरफ से समुद्र के रास्ते आतंकी हमले का खतरा, हाई अलर्ट पर नौसेना
क्या है खबर?
खुफिया एजेंसियों के अनुसार, पाकिस्तान के आतंकी समुद्र के जरिए भारत में आतंकी हमला करने की कोशिश कर सकते हैं।
इस खतरे को देखते हुए 7,514 किलोमीटर लंबे भारत के समुद्र तट पर भारतीय नौसेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
ये खुफिया अलर्ट ऐसे समय पर आया है जब भारत सरकार के जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने को लेकर भारत-पाकिस्तान में तनाव बना हुआ है और पाकिस्तान ने "किसी भी हद तक जाने" की बात कही है।
खुफिया जानकारी
सीमा के पास जमा हो रहे जैश के आतंकी
खबरों के अनुसार, भारतीय खुफिया एजेंसियों को जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का भाई राउफ अजगर सहित अन्य आतंकियों के पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) पहुंचने की खबर मिली है।
ये खबर बड़ी संख्या में जैश के आतंकियों के पंजाब (पाकिस्तान) से भारत की सीमा के पास शिफ्ट होने की रिपोर्ट्स की पुष्टि करती हैं।
इसे देखते हुए एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर के बाहर देश के अंदर हमला होने का अलर्ट भी जारी किया है।
हाई अलर्ट
नौसेना ने तैनात किए निगरानी उपकरण
'हिंदुस्तान टाइम्स' की रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि पूर्वी और पश्चिमी समुद्री तट पर नौसेना हाई अलर्ट पर है।
तट की निगरानी के लिए रडार और अन्य उपकरणों को भी महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात कर दिया गया है।
नौसेना ने सरकार को मछुआरों की नाव पर तत्काल "दोस्त या दुश्मन" ट्रैकिंग सिस्टम लगाने की मांग की है, ताकि भविष्य के खतरों से बचा जा सके।
बयान का हवाला
पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष ने कही थी किसी भी हद तक जाने की बात
खुफिया अलर्ट के अलावा अधिकारियों ने पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा के उस बयान की ओर भी इशारा किया जिसमें उन्होंने कहा था कि कश्मीर के लिए पाकिस्तान की सेना किसी भी हद तक जाने को तैयार है।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और इस बौखलाया में व्यापार बंद करने सहित अनाप-शनाप फैसले ले रहा है।
समझौता एक्सप्रेस को भी बंद कर दिया गया है।
26/11 मुंबई आतंकी हमला
समुद्र के रास्ते ही आए थे मुंबई हमले को अंजाम देने वाले आतंकी
बता दें कि 26 नवंबर, 2008 को नाव के जरिए आए पाकिस्तान के 10 आतंकियों ने मुंबई के आलीशान होटलों और हाई प्रोफाइल जगहों पर हमला किया था।
हमले में 163 लोग मारे गए थे, जबकि 300 से अधिक लोग घायल हुए थे।
इन आतंकियों का संबंध हाफिज सईद के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से था।
मुंबई पहुंचने के लिए उन्होंने बीच समुद्र से भारतीय मछुआरों की नाव का अपहरण किया था।