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तेलंगाना: विधानसभा चुनावों से पहले 600 के फोन टैप हुए, इनमें नेता, पत्रकार और कारोबारी शामिल
2023 के तेलंगाना विधानसभा चुनावों से पहले 600 लोगों के फोन टैप हुए थे

तेलंगाना: विधानसभा चुनावों से पहले 600 के फोन टैप हुए, इनमें नेता, पत्रकार और कारोबारी शामिल

लेखन आबिद खान
Jul 20, 2025
11:17 am

क्या है खबर?

तेलंगाना में एक बार फिर फोन टैपिंग का मामला तूल पकड़ता दिख रहा है। हैदराबाद पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले तेलंगाना के विशेष खुफिया ब्यूरो (SIB) की एक विशेष अभियान टीम (SOT) ने कथित तौर पर कम से कम 600 लोगों के फोन टैप किए थे। उस वक्त चंद्रशेखर राव की भारत राष्ट्र समिति (BRS) सत्ता में थी और कांग्रेस-भाजपा विपक्ष में थे।

रिपोर्ट

चुनावों से 15 दिन पहले की गई निगरानी

इंडियन एक्सप्रेस को एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कथित टैपिंग 16 नवंबर से 30 नवंबर, 2023 के बीच हुई थी। अधिकारी ने कहा, "हालांकि, मामले में स्वीकारोक्ति और जांच के अनुसार, टैपिंग कथित तौर पर 2018-19 में शुरू हुई थी, लेकिन हमारे पास ऐसे सबूत हैं, जो साबित करते हैं कि राज्य विधानसभा चुनावों से 15 दिन पहले कम से कम 600 लोगों को बिना किसी कारण के निगरानी में रखा गया था।"

लोग

ड्राइवर और रिश्तेदारों के फोन भी हुए टैप

अधिकारी ने बताया कि जिन लोगों के फोन कथित तौर पर टैप किए गए थे, उनमें नेता, जनप्रतिनिधि, चुनाव विश्लेषक, पत्रकार, पार्टी कार्यकर्ता और कारोबारी शामिल थे। अधिकारी ने कहा कि 600 संदिग्ध व्यक्तियों के रिश्तेदारों, उनके जीवनसाथियों, कर्मचारियों से लेकर ड्राइवर तक के फोन कथित तौर पर SBI द्वारा टैप किए गए। रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि इनमें से ज्यादातर विपक्ष से जुड़े हुए थे।

गवाही

कांग्रेस-भाजपा नेता दे चुके गवाही

इस मामले में 17 जून को तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष बी महेश कुमार गौड़ ने पुलिस के समक्ष गवाही दी थी। उन्होंने कहा था कि इसमें शामिल सभी लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। इसके बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और भाजपा नेता बी संजय कुमार भी पुलिस के सामने पेश हुए थे। जब उन्हें गिरफ्तार किया गया था, तो उन्होंने आरोप लगाए थे कि ये फोन टैपिंग मामले की आवाज उठाने के लिए किया जा रहा है।

खुलासा

कैसे हुआ था मामले का खुलासा

मामले का खुलासा मार्च, 2024 में हुआ था, जब SIB के एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने हैदराबाद के पंजागुट्टा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले में 6 लोगों को आरोपी बनाया है। इनमें पूर्व SIB प्रमुख टी प्रभाकर राव, DSP प्रणीत राव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एम थिरुपथन्ना और एन भुजंगा राव, पूर्व पुलिस उपायुक्त टी राधा किशन राव और टेलीविजन चैनल के मालिक एन श्रवण कुमार शामिल हैं।

गिरफ्तारी

मामले में कितनी गिरफ्तारियां हुईं?

मामले में प्रणीत राव, भुजंगा राव, एम थिरुपथन्ना और टी राधा किशन राव को गिरफ्तार किया गया था। ये सभी जमानत पर हैं। सुप्रीम कोर्ट ने प्रभाकर राव को अगस्त तक गिरफ्तारी से राहत दी है। एन श्रवण कुमार एक अलग मामले में चंचलगुडा जेल में बंद हैं। उन्हें भी सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में गिरफ्तारी से राहत मिली है। प्रभाकर राव से लगातार पूछताछ जारी है। 16 जुलाई को भी उनसे पूछताछ हुई थी।