
हैदराबाद में जमीन नीलामी ने रिकॉर्ड टूटा, प्रति एकड़ 177 करोड़ रुपये में बिकी
क्या है खबर?
तेलंगाना के हैदराबाद में राज्य सरकार ने जमीन नीलामी से कमाई का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। तेलंगाना औद्योगिक अवसंरचना निगम (TGIIC) के जरिए रायदुर्ग में 2 भूखंड बेचने पर सरकारी खजाने को 3,135 करोड़ का लाभ मिला है, जिसमें पंजीकरण शुल्क, स्टाम्प शुल्क और अन्य खर्च शामिल हैं। इसमें एक भूखंड 7.67 एकड़ और दूसरा 11 एकड़ का था। इसे भारत का अब तक का सबसे महंगा जमीन सौदा माना जा रहा है।
सौदा
आखिर क्यों हुआ इतना महंगा सौदा?
हैदराबाद नॉलेज सिटी के रायदुर्ग में 7.67 एकड़ भूमि की नीलामी में प्रति एकड़ 177 करोड़ रुपये की बोली लगी, जिससे सरकार को 1,358 करोड़ रुपये मिले। नीलामी में 12 बोलीदाता शामिल थे। दूसरे 11 एकड़ भूमि को 141.50 करोड़ प्रति एकड़ की दर से 1,556.50 करोड़ रुपये में बेचा गया, जिसमें 5 बोलीदाता आए थे। नॉलेज सिटी में रणनीतिक स्थान, हाईटेक सिटी, गाचीबोवली से संपर्क के कारण, दोनों भूखंड प्रमुख वाणिज्यिक विकास के लिए बेंचमार्क रियल एस्टेट बने हैं।
श्रेय
BRS शासन का रिकॉर्ड तोड़ा
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने पूर्व की के चंद्रशेखर राव वाली भारत राष्ट्र समिति (BRS) की सरकार के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। BRS के समय 2022 में हैदराबाद महानगर विकास प्राधिकरण (HMDA) द्वारा आयोजित नियोपोलिस, कोकापेट नीलामी में 3.60 एकड़ जमीन के लिए 100.75 करोड़ प्रति एकड़ की बोली लगी थी। वर्ष 2017 में रायदुर्ग की 2.84 एकड़ जमीन के लिए 42.59 करोड़ रुपये प्रति एकड़ की दर से लाभ मिला था।