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तमिलनाडु: पुलिस हिरासत में मारे गए युवक के शरीर पर 44 घाव, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
तमिलनाडु में पुलिस हिरासत में मारे गए युवक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है

तमिलनाडु: पुलिस हिरासत में मारे गए युवक के शरीर पर 44 घाव, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा

लेखन आबिद खान
Jul 04, 2025
02:59 pm

क्या है खबर?

तमिलनाडु के शिवगंगा में पुलिस हिरासत में मारे गए मंदिर के सुरक्षा गार्ड का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अब मृतक अजित कुमार की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें पता चला है कि मृतक के शरीर पर 44 जगह चोटों के निशान हैं। इसके अलावा मांसपेशियों में गहरी चोटें, दिमाग, लीवर और पेट में रक्तस्राव यानी खून बहने की भी पुष्टि हुई है। ये चोटें लाठी, डंडों या रॉड जैसी वस्तुओं से पिटाई के चलते आई हैं।

रिपोर्ट

शरीर पर 28 सेंटीमीटर तक लंबे घाव

न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, अजित को 44 बाहरी चोटें और ब्रेन हेमरेज हुआ था। उसके शरीर के कुछ हिस्सों पर सिगरेट से जलाने के निशान भी थे। दिमाग, लीवर समेत कई अंदरूनी अंगों में खून बहा था। कम से कम 30 जगह पर चोट के निशान मांसपेशियों तक गहरी थी। ये दर्शाता है कि पीड़ित को बार-बार और लंबे समय तक जानबूझकर पीटा गया। मृतक के शरीर पर कुछ घाव तो 28 सेंटीमीटर तक लंबे थे।

सिर

संभवत: सिर पर चोटों से हुई मौत

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि पीड़ित की खोपड़ी और मस्तिष्क के कई भागों में खून बह रहा था। खोपड़ी की त्वचा कटी हुई नहीं थी, लेकिन अंदर निशान, रक्तस्त्राव और सूजन थी, जो डंडे या रॉड से पिटाई की ओर इशारा कर रहा है। सिर पर एक गहरा घाव है, जो संभवत: किसी जोरदार झटके से हुआ है। मस्तिष्क के मुख्य भाग सेरेब्रल लोब में भी रक्तस्राव हुआ है, जो आमतौर पर वजनी हथियार के प्रहार से होता है।

CBI

CBI कर रही है मामले की जांच, 5 पुलिसकर्मी गिरफ्तार

मामले पर बढ़ते विवाद के बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने जांच की जिम्मेदारी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दी। वहीं, शिवगंगा के SP आशीष रावत को पद से हटा दिया गया है और 5 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। मद्रास हाई कोर्ट ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा, "ये क्रूर कृत्य है, राज्य ने अपने ही नागरिक की हत्या की है। उसके शरीर के सभी हिस्सों पर हमला किया गया है।"

राजनीति

विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर उठाए सवाल

मामले को लेकर भाजपा और AIADMK ने मुख्यमंत्री स्टालिन और उनकी सरकार को घेरा है। तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष नैनार नागेंथिरन ने कहा, "राज्य में कानून-व्यवस्था ठीक नहीं है। पुलिस मुख्यमंत्री के नियंत्रण में नहीं है। इसे सचिवालय में बैठे किसी व्यक्ति द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है।" AIADMK ने कहा, "पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पुष्टि हुई है कि यह हिरासत में हुई हत्या है, मौत नहीं। पुलिस बल को इस तरह यातना और शक्ति का उपयोग करने की अनुमति किसने दी?

मामला

क्या है मामला?

अजित मदप्पुरम भत्रकाली अम्मन मंदिर में सुरक्षा गार्ड का काम करते थे। 26 जून को एक महिला ने पुलिस में शिकायत की कि मंदिर में खड़ी उसकी कार से 10 तोला सोना गायब हो गया। पुलिस ने अजित को हिरासत में लिया और पूछताछ की। पुलिस ने बताया कि इसी दौरान अजित को घबराहट होने लगी और उसकी अस्पताल में मौत हो गई। वहीं, परिजनों ने आरोप लगाया कि अजित की मौत पुलिस प्रताड़ना की वजह से हुई है।