समलैंगिक विवाह के खिलाफ अपने फैसले की समीक्षा करेगा सुप्रीम कोर्ट, 10 जुलाई को सुनवाई
क्या है खबर?
समलैंगिक विवाह को वैध करने के खिलाफ दिए अपने फैसले पर सुप्रीम कोर्ट फिर से विचार करेगा। कोर्ट में समीक्षा की मांग करने वाली याचिकाओं पर सुनवाई 10 जुलाई को होगी।
लाइव लॉ के मुताबिक, समीक्षा याचिकाओं पर सुनवाई मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली 5 न्यायाधीशों की नई पीठ करेगी।
इसमें न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, हिमा कोहली, बीवी नागरत्ना और पीएस नरसिम्हा शामिल होंगे। नई पीठ में न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और एस रवींद्र भट नही होंगे।
सुनवाई
समलैंगिक विवाह पर फैसला सुनाने वाले 2 न्यायधीश हुए सेवानिवृत्त
पिछले साल अक्टूबर में समलैंगिक विवाह पर फैसला सुनाने वाली सुप्रीम कोर्ट की 5 सदस्यीय पीठ के न्यायाधीशों में शामिल न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट्ट और संजय किशन कौल सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
ऐसे में CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने समीक्षा याचिका पर विचार के लिए 2 न्यायाधीश को जोड़ा है। इनमें बीवी नागरत्ना और संजीव खन्ना शामिल हैं। बाकी तीनों न्यायाधीश पुरानी पीठ के ही हैं।
बता दें, न्यायमूर्ति भट्ट समलैंगिक विवाह के विरोध में थे, जबकि कौल समर्थन में थे।
फैसला
कोर्ट ने क्या सुनाया था फैसला?
सुप्रीम कोर्ट ने 17 अक्टूबर, 2023 को अपने फैसले में देश में समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने से इनकार कर दिया था। 5 न्यायाधीशों की संवैधानिक पीठ ने 3-2 के बहुमत से ये फैसला सुनाया था।
इस दौरान CJI चंद्रचूड़ और न्यायाधीश एसके कौल ने संसद से समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने की दिशा में काम करने को कहा था, वहीं पीठ के बाकी 3 न्यायाधीशों की राय अलग रही थी।
सभी ने भेदभाव की बात मानी थी।